ग्राम लिबरा में रहने वाली कुमारी सिदार (56) ने बताया कि शुक्रवार को वे ससुर के अस्थि विसर्जन के लिए प्रयागराज गए थे। उनके साथ रतन कुवंर, बूंद कुंवर, पूनी बाई, नेहरू सिदार, नारद सिदार और ड्राइवर मिनकेतन सिदार साथ था।
प्रयागराज से लौट रहे थे सभी
रविवार की सुबह अर्टिगा कार से वे वापस लौट रहे थे। जब डोलेसरा पहुंचे, तो सामने से आ रही कार के चालक ने लापरवाही पूर्वक उनकी कार को ठोकर मार दी। इसके बाद प्रकाश पटनायक कार से उतरा और अर्टिगा चालक मिनकेतन सिदार को गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी।
जिसे देखकर सभी महिलांए भी गाड़ी से उतरकर प्रकाश को समझाने लगी। गुस्से में आकर उसे अपने साथी वरूण सिदार और अन्य 5-6 लोगों को फोन कर बुला लिया। इसके बाद सभी लोग लात-घूसों, डंडे-चप्पल से महिलाओं से मारपीट करने लगे।
हाथ-सिर और चेहरे पर आई गंभीर चोट
इससे कुमारी सिदार के कलाई, रतन कुंवर के हाथ, बूंदकुंवर के हाथ, पुनी बाई के आंख, नेहरू सिदार की कनपटी, नारदी सिदार के सिर और मिनकेतन के सिर चेहरे पर गंभीर चोट पहुंची। इस दौरान गांव के अन्य लोगों ने बीच-बचाव किया, तो मामला शांत हुआ।
आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज
घटना के बाद कुमारी सिदार और अन्य घायल तमनार थाना पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है।