दरअसल, STF जवान डोमेश्वर नेताम अपने दो दोस्तों के साथ बुलेट से धमतरी गए थे। धमतरी में काम खत्म होने के बाद वापस अपने-अपने घर लौट रहे थे। लौटते वक्त अंधेरा हो चुका था। हल्की-हल्की बारिश भी हो रही थी। शाम करीब 7 बजे वह नगरी रोड पर कुकरेल के पास पहुंचे।
इस दौरान तेज रफ्तार बाइक भारत माला परियोजना के राखड़ से भरे खड़े ट्रेलर से टकरा गई। हादसे इतना भयंकर था कि तीनों की ऑन द स्पॉट डेथ हो गई। STF जवान डोमेश्वर नेताम की लाश बाइक और ट्रेलर के बीच फंसी रही, जबकि दो दोस्त दूर जाकर गिरे थे।
हादसे में तीनों को गंभीर चोटें आई हैं। किसी के हाथ-पैर टूट गए हैं, तो किसी का सिर फूट गया है। मौके पर खून ज्यादा बहने और चोट गहरे होने की वजह से तीनों की जान गई है। स्थानीय लोगों की मदद से तीनों को 108 एम्बुलेंस से धमतरी जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी सूचना
हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने फौरन केरेगांव पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। वहीं हादसे की सूचना मिलते ही मृतकों के परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण जिला अस्पताल पहुंचे।
कुर्रीडीह गांव के सरपंच नरेश मरकाम ने बताया कि एसटीएफ जवान और दो युवक दशहरा के दूसरे दिन सुबह से बुलेट से घर से निकले थे, जो दोबारा घर लौट नहीं पाए। 2018 में एसटीएफ जवान की पोस्टिंग हुई थी। दशहरे की छुटटी मनाने के लिए घर आया था।
वहीं केरेगांव थाना प्रभारी टीएल डडसेना ने बताया कि हादसे के बाद ट्रेलर को जब्त कर लिया गया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।