
पूरन मेश्राम/मैनपुर। उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के वन परिक्षेत्र तौरेंगा के अंतर्गत गरीबा नवापारा के रहवासियों को वन विभाग के द्वारा 2005 के पूर्वक कब्जा नहीं है। करके उन सभी परिवारों को पूर्व मे घर द्वार जमीन बाड़ी मवेशियों से बेदखल कर दिया और घर द्वार को तोड़ फोड़ करते हुए उन लोगों को जंगलों से खदेड़ा गया उसके बावजूद उन परिवारों के द्वारा कहीं पर कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण मजबूरी में छत्तीसगढ़ और उड़ीसा सीमा जो 10 कदम की दूरी पर महिलाओं के साड़ी को अपना आशियाना बनाकर दस परिवार रह रहा है।
उन्हें रोटी कपड़ा मकान की दरकार है। मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करने वाले आदिवासी परिवारों को कल 26/ 10/2025/ दिन रविवार को फारेस्ट गार्ड एवं उनके टीम के द्वारा यहां से भी तुम लोग चले जाओ नहीं जाओगे तो जबरदस्ती तुम्हारे झोपड़ी को जला देंगे ऐसा कहते हुए गाली गलौज एवं मारपीट किया गया।
इस संबंध में बुजुर्ग चौधरी नेताम एवं उनके 17 साल के पुत्र जो हाई स्कूल भूतबेड़ा में पढ़ाई करता है। दोनों को गाली गलौज करते हुए गला गाल एवं सिर पर मारपीट किया गया।जिससे ये परिवार भयंकर सदमे में है। बाकी परिवार के लोग मेहनत मजदूरी करने के लिए बाहर चले गए थे अगर होते तो क्या होता समझा जा सकता है। आदिवासी परिवारों को इतना प्रताड़ित और मारपीट करने का अधिकार वन विभाग के मैदानी अमले के कर्मचारियों को किसने दिया यह सवाल खड़ा हो रहा है।इनका कहना है हमें कुछ नहीं चाहिए रोटी कपड़ा और मकान शायद इतना भी प्रजातांत्रिक व्यवस्था में सरकार नहीं दे पा रही है।
तो चुनाव में वोट देने के लिए हमें कैसे कहा जाता है। हमारे पास राशन कार्ड आधार कार्ड महतारी वंदन पेंशन बुढ़ापे की पेंशन इत्यादि छत्तीसगढ़ का है।
तो इन लोग हमें इस तरह से कब तक डराते धमकाते रहेंगे। कानून सम्मत विरोध दर्ज कराने के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष टीकम नागवंशी के नेतृत्व में पुलिस थाना शोभा आकर रिपोर्ट दर्ज कराए हैं। इस संबंध में पुलिस थाना शोभा के द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर कल बातचीत करने के लिए कहा गया इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी तौरेंगा से बातचीत किया गया तो उसने वन विभाग के टीम तो क्षेत्र में गई थी। लेकिन मारपीट के मसले पर अभिज्ञता जाहिर किया गया। अब सवाल उठता है कानून सम्मत कार्यवाही वन विभाग को किया जाना चाहिए लेकिन किसी आदिवासियों के साथ इस तरह से मारपीट गाली गलोज करना कहां तक के सत्य है। इस पर क्षेत्र के आदिवासी जनप्रतिनिधि एवं नेता को सोचना होगा। इस संबंध में आम आदमी पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष बलीराज ठाकुर ने कहा कि वन विभाग को कानून सम्मत कार्यवाही करने के बजाय आदिवासी मूल निवासियों को गाली गलौज मारपीट कर रहा है।ये अनैतिक है। इसका जवाब वन विभाग को देना होगा मारपीट करने वाले वन विभाग के कर्मचारियों के ऊपर कड़ी कार्यवाही के लिए हम सब अग्रसर रहेंगे।