
अग्निशमन दल ने मौके की गंभीरता को देखते हुए दो दमकल वाहनों से लगातार पानी डालकर आग को फैलने से रोका। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद आग को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया गया।
फायर कर्मियों की सूझबूझ और तेज़ कार्रवाई के चलते आग फैक्ट्री के अन्य हिस्सों और आसपास की बस्तियों तक नहीं पहुंच पाई, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
मशीन और सामग्री हुई खाक
बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में लगी आग से मशीनरी और सामग्री को नुकसान हुआ है, हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। प्रारंभिक रूप से इसे अज्ञात कारणों से लगी आग माना जा रहा है। घटना की जांच पाटन थाना पुलिस द्वारा की जा रही है। बड़ी दुर्घटना टली
जिला सेनानी एवं जिला अग्निशमन अधिकारी नागेंद्र कुमार सिंह कहा कि सूचना मिलते ही दुर्ग अग्निशमन की दो दमकल गाड़ियां तत्काल मौके के लिए रवाना की गईं। फायर ब्रिगेड की टीम ने कुछ ही समय में पुनेइडीह पहुंचकर आग बुझाने का अभियान शुरू किया।
दलप्रभारी भगवती बंजारे एवं प्रवीण बार के नेतृत्व में फायर कर्मी कुलेश्वर सिंह, नितिन रामटेक, प्रवीण सिंह और पराग भोसले ने मौके पर पहुंचते ही बिना समय गंवाए बहादुरी से आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की।
आगजनी की यह तीसरी घटना
हाल ही में आगजनी की घटना सामने आ रही है। दिवाली के बाद से लेकर अब तक यह आगजनी की तीसरी घटना है। पहली घटना दुर्ग के इंदिरा मार्केट में ड्रॉयफ्रूट के दुकान में आग लग गई थी। इसके बाद सेक्टर-6 ए मार्केट के गद्दा-पर्दा के दुकान में आग लगी थी।
अब पाटन के फैक्ट्री में आग लगी है। हालांकि फायर ब्रिगेड की टीम ने इन तीनों ही घटनाओं पर समय पर पहुंच कर आग पर काबू पाया है।