छत्तीसगढ़ के धमतरी में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित ‘यूनिटी मार्च’ पदयात्रा से पहले विवाद हो गया

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के धमतरी में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित ‘यूनिटी मार्च’ पदयात्रा से पहले विवाद हो गया। 8 नवंबर को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैनर-पोस्टर में स्थानीय विधायक का फोटो न होने पर विरोध प्रदर्शन किया।

यह पदयात्रा विधायक के गृहग्राम से शुरू होनी थी। पुलिस ने हस्तक्षेप कर प्रदर्शनकारियों को शांत किया। बता दें कि यह आयोजन जिला प्रशासन ने आयोजित कराया था। आमदी वार्ड के कांग्रेसी पार्षद ने आरोप लगाया कि बैनर में सभी जनप्रतिनिधि के फोटो थे लेकिन स्थानीय विधायक के नहीं थे।

जिला प्रशासन का आयोजन

जिला प्रशासन ने ‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर जिले में एकता, अखंडता और राष्ट्रीय एकता का संदेश देने के लिए इस ‘यूनिटी मार्च’ का आयोजन किया गया था।

कलेक्टर ने सभी जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, अधिकारियों, कर्मचारियों, छात्रों और मीडिया प्रतिनिधियों से इसमें उत्साहपूर्वक शामिल होने की अपील की थी।

अन्य जनप्रतिनिधियों के फोटो थे, पर विधायक के नहीं

आमदी वार्ड क्रमांक 12 के कांग्रेसी पार्षद चीतेन्द्र साहू ने बताया कि प्रोटोकॉल के अनुसार विधायक का फोटो बैनर में होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं था।

उन्होंने आरोप लगाया कि बैनर में कुछ अन्य जनप्रतिनिधियों, यहां तक कि पूर्व सांसदों के भी फोटो थे, लेकिन विधायक का फोटो गायब था। इस बात को लेकर उन्होंने मंच पर जाकर सवाल-जवाब किए।

पार्षद चीतेन्द्र साहू के मुताबिक, उन्हें जवाब दिया गया कि विधायक ओंकार साहू कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे, इसलिए उनका फोटो नहीं लगाया गया। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में लिखित में आपत्तिजनक आवेदन देंगे और यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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