
15 नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत हुई। शुरुआती दौर में कई उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी का खाता तक नहीं खुल सका था, लेकिन अब किसान धान खरीदी केन्द्रों में पहुंचने लगे हैं।
जिले में 69 प्राथमिक सहकारी समिति हैं और इनके अंतर्गत 105 धान उपार्जन केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, जहां समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य जारी है।
7300 क्विंटल अवैध धान पकड़ाया
धान खरीदी की शुरुआत होने के पहले से संयुक्त जांच टीम व अंतर्राज्यीय व आंतरिक चेक पोस्ट में अवैध धान को लेकर कार्रवाई की गई। जहां अब तक 43 प्रकरण दर्ज किए गए।
जिसमें सबसे अधिक धान जब्ती महापल्ली में हुई है। यहां मनीष अग्रवाल के गोदाम में रखे 6500 बोरी अवैध धान को जब्त किया गया।
इसके अलावा पुसौर के नेतनागर में मंगल साव के पास से 1250 बोरी धान, धरमजयगढ़ में मुकेश अग्रवाल के यहां 1000 बोरी अवैध धान,लैलूंगा के तोलगे लक्ष्मण पटेल के यहां से भंडारण किए गए 739 बोरी अवैध धान के साथ ही अन्य लोगों से अवैध धान जब्त किया गया। ऐसे में कुल 43 प्रकरण में 18250 बोरी 7300 क्विंटल अवैध धान जब्ती की गई।
जब्ती मात्रा में प्रदेश में नंबर वन रायगढ़
इस संबंध में जिला खाद्य अधिकारी चितरंजन सिंह ने बताया कि जिले में अब तक 64 हजार 298 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है।
किसानों द्वारा धान विक्रय में लगातार बढ़ती भागीदारी से उपार्जन केंद्रों में अच्छा माहौल देखा जा रहा है। वहीं अवैध धान पर कार्रवाई की गई। जहां 43 प्रकरण दर्ज किए गए और प्रदेश भर में अवैध धान जब्ती मात्रा में रायगढ़ नंबर वन पर है।