
वहीं, बस्तर में सरेंडर किए नक्सली और नक्सल हिंसा पीड़ित परिवार के सदस्य भी बस्तर ओलंपिक में हिस्सा लेंगे। अलग-अलग जिले के करीब 600 से ज्यादा सदस्य दौड़, कबड्डी जैसे अलग-अलग गेम्स खेलेंगे। बस्तर IG सुंदरराज पी ने कहा कि, 7 जिलों की 7 टीमों के अलावा 8वीं टीम सरेंडर्ड नक्सली और नक्सल हिंसा पीड़ित परिवारों की होगी। इस आठवीं टीम का नाम ‘नुआ बाट’ है।
IG ने कहा कि, साल 2024 में खिलाड़ियों की संख्या लगभग 350 थी। लेकिन इस बार ‘नुआ बाट’ टीम में लगभग 600 खिलाड़ी भाग ले सकते हैं। अलग-अलग गेम्स की प्रैक्टिस की जा रही है। बस्तर ओलंपिक में इनके भाग लेने से इनका मनोबल बढ़ेगा।
ब्लॉक से जिला स्तर और अब संभाग स्तर आयोजन
दरअसल, इससे पहले बस्तर के सातों जिलों में पहले ब्लॉक स्तरीय खेलों का आयोजन किया गया। इसमें विजेता खिलाड़ी जिला स्तर पर पहुंचे। जिला स्तर पर जितने वाले खिलाड़ियों का संभाग स्तर पर चयन किया गया है। अब सातों जिले से पहुंचने वाले खिलाड़ियों के बीच संभाग स्तरीय फाइनल प्रतियोगिता होगी।
ये गेम्स होते हैं
कबड्डी, रस्साकशी, दौड़, बैडमिंटन, तीरंदाजी, हॉकी, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स समेत अन्य गेम्स होते हैं। जिसका सारा खर्च जिला प्रशासन उठाती है। खिलाड़ियों को अपनी खेल प्रतिभा का जौहर दिखाने का मौका मिलता है। साल 2024 में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह संभाग स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। इस बार भी उनके आने की संभावनाएं हैं।