केटीएस तुलसी को दें गुलाब, तो याद दिला दें कि उन्हें छत्तीसगढ़ से चुन कर भेजा गया है
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव ने कांग्रेस द्वारा गुलाब फूल दिए जाने के जवाब में कांग्रेस के नेताओं को राजनीति करने से बाज आने की नसीहत देते हुए कहा कि गुलाब का फूल दस जनपथ भेज कर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को आपदा में राजनीति करने और करवाने के कृत्य को बंद करने का आग्रह करना चाहिए।।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को पत्र लिख कर इस बात का आग्रह करना चाहिए कि वैक्सीन की बुकिंग में देर ना करें। छत्तीसगढ़ की जनता के हित में शीघ्र अति शीघ्र वैक्सीन खरीदी का ऑर्डर सीएम भूपेश बघेल दें। देश के विभिन्न राज्य बिना राजनीति के अपने प्रदेश की जनता के लिए वैक्सीन बुक कर चुके हैं परंतु दुर्भग्यपूर्ण है कि छत्तीसगढ़ जैसा जनसंख्या के लिहाज से छोटा साधन संसाधन सम्पन्न राज्य जो बहुत बेहतर कर सकता है कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त कर सकता है परंतु कांग्रेस की राजनीति की भेंट चढ़ रहा है हर विषय में पिछड़ता जा रहा हैं। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं से पूछा कि कांग्रेस के लापता सांसदों के यहां गुलाब फूल भेजा गया या नहीं? कांग्रेस नेता राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी जी के पास जाएं फूल लेकर तो उन्हें याद दिलाएं की वे छत्तीसगढ़ से चुन कर भेजे गए हैं।भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यदि कांग्रेसियों की सोच सकारात्मक होती तो यह गुलाब प्रधानमंत्री जी को देकर वैक्सीन व अन्य संसाधन उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद के रूप में देते और एक गुलाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को देते ताकि क्रिकेट मैच जैसे गैर जरूरी आयोजन छत्तीसगढ़ में कराकर जनता की जान आफत में डालने जैसे गलती दोबारा न करे ।
भाजपा प्रवक्ता श्री सिंहदेव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम से पूछा हैं कि क्या मोदी जी द्वारा रियायती दर पर टीके छत्तीसगढ़ या अन्य राज्यों में नहीं लगवाए गए क्या? क्या 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को जो छत्तीसगढ़ सहित देश के अन्य राज्यों में रहते हैं को टीके का लाभ उनके घर के पास तक पहुंचा कर नहीं दिया गया क्या? सीएम भूपेश बघेल सहित कांग्रेस के अन्य नेताओं ने वैक्सीन नहीं लगवाया क्या? उन्होंने कहा कि केंद्र ने जो भी टीके खरीदे उन्हें राज्यों को ही दिया गया फिर आपदा में राजनीति क्यों? मोहन मरकाम जी यह बताएं कि केंद्र और राज्य को वे अलग अलग भौगोलिक इकाई मानते हैं क्या? उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगभग एक करोड़ लोगों के लिए टीके की आवश्यकता होगी जिसमें लगभग 420 करोड़ का खर्च आना है। बेहतर व्यवस्था की बात करने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर शराब पर सेस लगाया गया जो लगभग 400 करोड़ होगा, डीएमएफ फण्ड, कैंपा फण्ड राहत कोष को जोड़ दें तो लगभग 2000 हजार करोड़ से अधिक राशि छत्तीसगढ़ सरकार के पास होने के बावजूद भी छत्तीसगढ़ की जनता के लिए 400 करोड़ का वैक्सीन खरीदने में सांसें फूल रही है। बड़े बड़े राज्य अपनी जनता के लिए तत्परता दिखा रहे हैं परंतु छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता इसे भी राजनीति का विषय बना रहे हैं शायद दस जनपथ के इशारे का इंतजार कर रहे हैं।