रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने सोमवार को सहारा इंडिया कंपनी के खिलाफ रायपुर में प्रदर्शन में किया। जकांछ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी की अगुवाई में बूढ़ापारा धरना स्थल पर इकट्ठा हुए हजारों लोगों ने रैली निकाली। प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री निवास जाना चाहते थे। पुलिस ने उन्हें रोक लिया तो सभी ने सड़क पर ही धरना दे दिया।
इससे पहले धरना स्थल पर हुई सभा में अमित जोगी ने कहा, कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले चिटफंड कंपनियों में डूबे निवेशकों का पैसा वापस दिलाने का वादा किया था। अब सरकार के 3 साल होने के बाद भी इस दिशा में कोई निर्णय नहीं हो रहा है। उन्होंने सरकार पर निवेशकों के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाया। अमित जोगी ने कहा, सरकार सहारा कंपनी से निवेशकों को जमा राशि वापस नहीं दिलाती है तो सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेंगे। उनकी पार्टी विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाएगी। विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा। उन्होंने कहा गरीबों का एक पैसा भी डूबने नहीं दिया जाएगा।
जकांछ के रायपुर जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश देवांगन ने कहा, जब तक सरकार सहारा कंपनी से जमा राशि वापस नहीं दिलाती तब तक चैन की नींद नहीं सोएंगे। सहारा से गरीबों का जमा राशि लेकर रहेंगे। प्रदर्शन में एवज देवांगन, डॉ. शकील खान, भीखम देवांगन, वेदराम साहू, यशवंत पाटील, अजीत जोगी महिला मोर्चा की अध्यक्ष डॉ. अनामिका पाल, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष उदयचरण बंजारे आदि शामिल हुए।
अमित जोगी ने कहा, सहारा प्रमुख सुब्रत राय, जब सेबी को 17 हजार करोड़ देकर जमानत पर छूट सकते हैं तो छत्तीसगढ़ के निवेशकों को जमा राशि वापस क्यों नहीं कर सकते। सरकार उन पर दबाव बनाये तो निवेशकों की रकम वापस लौटेगी। अमित जोगी ने कांग्रेस सरकार से सहारा प्रमुख सुब्रत राय को गिरफ्तार करने की मांग की।
निवेशकों के 5-7 हजार करोड़ डूबने का दावा
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता भगवानू नायक ने दावा किया, छत्तीसगढ़ के निवेशकों ने सहारा में करीब 5 से 7 हजार करोड़ रुपया निवेश किया है। अब वह डूबा हुआ है। अधिकतर निवेशक किसान-मजदूर और दैनिक वेतनभोगी हैं। ऐसे में उनकों तगड़ा झटका लगा है। सोमवार के आंदोलन में बड़ी संख्या ऐसे निवेशकों की ही थी।