रायपुर के कारोबारी को मुंबई की कंपनी ने लगाया 17 लाख रुपए का चूना

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। रायपुर के कारोबारी की शिकायत पर धरसींवा की पुलिस ने धोखाधड़ी का एक केस दर्ज किया है। ये बड़ी घपलेबाजी का मामला है। इस केस में मुंबई की एक कंपनी के खिलाफ के दर्ज किया गया है। रायपुर के कारोबारी का दावा है कि एडंवास में 17 लाख रुपए लेने के बाद भी कंपनी ने उन्हें प्रोडक्ट नहीं दिया। कई फोन किए ईमेल भेजे मगर डील फाइनल होने तक बड़ी-बड़ी बातें करने वाले मुंबई के जालसाल अब लापता हो चुके हैं।

11 महीने पहले निकला ट्रक रायपुर पहुंचा ही नहीं पूरा मामला धरसींवा के रैता गांव में चलाई जा रही पिरामल पेट्रोलियम कंपनी से जुड़ा हुआ है। कंपनी प्रमुख नंद किशोर अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि उनकी कंपनी फ्यूल का बिजनेस करती है। इसके लिए व्यापारिक डील के सिलसिले में इनका संपर्क साल 2020 में मुंबई की फ्यूल कंपनी के मालिक उमेश शाह से हुआ। मुंबई के विकरोली में ये कंपनी स्थित है। सितंबर 2020 में उमेश शाह को बायो डीजल का ऑर्डर रायपुर की कंपनी ने दिया। एडवांस के तौर पर 17 लाख रुपए नंद किशोर ने उमेश को दिए। ये रकम ICICI बैंक की घाटकोपर ब्रांच में भेजे गए।

रकम मिलने के बाद ऑर्डर का कंफरमेशन इसे भेजने की जनकारी उमेश ने ई मेल के जरिए भेजी। इस डील के संबंध में फोन पर भी बातें हो चुकी थीं। उमेश ने जानकारी दी कि बायो डीजल भरकर टैंकर नंबर MH13 MV 3330 से फ्यूल रायपुर भेजा जा रहा है। इस टैंकर का मालिक संदीप मांगडे है। इस टैंकर को मुंबई में भरा गया और भेज दिया गया। मगर अब तक ये टैंकर जो सितंबर 2020 में रवाना हुआ था। रायपुर पहुंचा ही नहीं। कुछ दिनों तक नंद किशोर इधर-उधर की बातें कर के रुपए वापस करने का भरोसा देता रहा। मगर अब कई बार उमेश के फोन नंबर, पर संपर्क किया मगर कोई जवाब नहीं मिला। परेशान होकर अब मामले की शिकायत पुलिस के पास की गई। जल्द ही इस केस के सिलसिले में जांच टीम मुंबई रवाना हो सकती है।

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