दंतेवाड़ा। कोरोना की दूसरी लहर का असर अब नक्सलियों पर भी दिखना शुरू हो गया है। संक्रमण की चपेट में आए नक्सलियों की मौतें होनी शुरू हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों में 10 से ज्यादा नक्सली कोरोना से दम तोड़ चुके हैं। इनमें से 8 के शव जलाए जाने की जानकारी भी सुरक्षा एजेंसियों को मिली है। दंतेवाड़ा SP डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने दावा किया है कि सुकमा में तो नक्सलियों ने संक्रमण से लड़ने के लिए वैक्सीन और दवाएं भी मंगाई हैं।
दंतेवाड़ा पुलिस को सूचना मिली है कि कोरोना और फूड प्वॉइजनिंग ने नक्सल संगठन को बड़ा झटका दिया है। ये संक्रमण अब नक्सलियों के सामने बड़ी मुसीबत बनता जा रहा है। पता चला है कि जिन नक्सलियों की मौत हुई है, उनमें बड़े कैडर के भी नक्सली शामिल हैं। हालांकि अभी उनके नाम सामने नहीं आ सके हैं। इससे पहले कोंटा और दोरनापाल इलाके में नक्सलियों ने कोरोना वैक्सीन और दवाइयां लूटी हैं। इसकी भी जानकारी पुलिस को मिली है।
दरअसल, दो दिन पहले दक्षिण बस्तर डिवीजन, दरभा डिवीजन और पश्चिम बस्तर डिवीजन में 100 से ज्यादा नक्सलियों के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली थी। इन नक्सलियों में 25 लाख रुपए की इनामी सुजाता, जयलाल, दिनेश सहित अन्य नक्सली शामिल हैं। अकेले दक्षिण बस्तर में ही दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले आते हैं। इन इलाकों में सरकार ने भी आंध्र प्रदेश स्ट्रेन को लेकर अलर्ट जारी किया है। अफसरों ने भी नक्सलियों के उसी स्ट्रेन से संक्रमित होने की संभावना जताई है।