बीकॉम फाइनल ईयर की घर पर परीक्षा देने के बाद भी 20% स्टूडेंट फेल

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रायपुर। पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी ने बी कॉम फाइनल ईयर के रिजल्ट गुरुवार देर शाम जारी कर दिए। इस बार के नतीजों के मुताबिक लगभग 80 फीसदी स्टूडेंट्स परीक्षा को पास करने में कामयाब रहे। जबकि 20 प्रतिशत इस परीक्षा में फेल हुए हैं। खास बात यह है कि बी कॉम फाइनल ईयर के आधे विषय की परीक्षा स्टूडेंट्स ने घर बैठकर दी। बावजूद इसके स्टूडेंट्स फेल हुए हैं। एक्सपर्ट मान रहे हैं कि जिन 4 विषयों की परीक्षा स्टूडेंट्स ने सेंटर्स में दिए उनके नंबर्स की वजह से इस बार 20 प्रतिशत छात्रों को नाकामयाबी मिली। परीक्षा के लिए कुल 4307 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इसमें से 3451 पाए हुए। जबकि 141 फेल हुए। 710 को पूरक मिला। 5 छात्र के रिजल्ट रोके गए, जबकि 33 अनुपस्थित रहे।

बड़ा फर्क नहीं

कॉमर्स के प्रोफेसर डॉ निमेष पांडे ने बताया कि हर बार फाइनल ईयर के रिजल्ट में फेल और पास होने वालों के प्रतिशत का अंतर इसी तरह का रहता है। हालांकि इस बार यह प्रतिशत इस वजह से अहम है क्योंकि आधे सब्जेक्ट के पेपर तो बच्चों ने घर बैठकर लिखे। हिंदी, इंग्लिश, इंकम टैक्स, इनडायरेक्ट टैक्स के पेपर सेंटर में हो चुके थे। फिर कोरोना की वजह से परीक्षा रोक दी गई। जब घर बैठे आंसर लिखने की छूट दी गई तो मैनेजमेंट अकाउंट, आडिटिंग और ग्रुप सब्जेक्ट ही रह गए थे। बच्चों को विश्वविद्यालय की तरफ से सवाल भेजे गए थे।

सप्ताह भर का वक्त मिला, घर पर दी गई परीक्षा में पुनर्मूल्यांकन का आप्शन नहीं

नियम के मुताबिक आखिरी पेपर की तारीख से 5 दिनों तक स्टूडेंट्स को आंसर शीट जमा करने का वक्त दिया गया था। युनिवर्सिटी के अफसरों का कहना है कि जिन विषयों की परीक्षा छात्रों ने केंद्र में दी। इसमें वे पात्रता के अनुसार पुनर्मूल्यांकन या रीटोटलिंग करा सकते हैं। जिन विषयों की परीक्षा घर बैठकर छात्रों ने दी इसमें यह सुविधा नहीं मिलेगी।

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