*जर्जर रपटा में आवाजाही करने वाले ग्रामीणों ने घटनाओं से बचने बीचोबीच में लगाया झिल्ली और डंडे का संकेत*
*वर्षो से लंबित माँग शोभा रपटा में पुलिया तो दूर मरम्मत कराने भी ध्यान नहीं दिया जा रहा विभाग*
*अनहोनी घटनाओं से कई लोग हो गए हैं घायल, विभाग जानकर भी बेखबर*
पूरन मेश्राम।
मैनपुर। गरियाबंद जिले के विकासखंड मैनपुर राजापड़ाव क्षेत्र के बहु प्रतीक्षित लंबित मांग अड़गडी,जरहीडीह,शोभा, शुक्लाभाँठा,गरहाडीह नाला में पुलिया निर्माण कराने जिसके लिए क्षेत्र के हजारों समस्याग्रस्त ग्रामीणों ने शासन प्रशासन को लिखित मे आवेदन और निवेदन भी किया गया। सैद्धांतिक धरना प्रदर्शन आंदोलन का दौर भी वर्षों से चलता रहा लेकिन
क्षेत्र वासियों को शासन प्रशासन से कोरा आश्वासन ही मिला जिसके कारण आज भी बरसात के दिनों में इन रपटा के समीप पानी के तेज बहाव कम होने का घंटो राहगीर इंतजार करते हैं।
बरसात के दिनों में जरूरतमंदों को भयंकर परेशानी उठानी पड़ती है। कोरा आश्वासन के बाद संबंधित विभाग के द्वारा पुलिया निर्माण तो नहीं करा सका लेकिन जर्जर रपटा का मरम्मत कराने भी मुनासिब नहीं समझा।
जिसका ताजा उदाहरण देखने को मिला,,,,,
विकासखंड मुख्यालय मैनपुर से लगभग 17 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ राजा पड़ाव से
गौरगांँव जाने वाली पक्की सड़क शोभा रपटा मे अभी भी पानी का कम मात्रा मे बहाव हो रहा है।बीचों-बीच गढ्ढा जहां पर अक्सर राहगीर, दो पहिया मोटरसाइकिल सवार अक्सर धोखा खा जाते हैं और गंभीर दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं।
*इनको जानकर भी संबंधित विभाग अनजान बना हुआ है*
सफर करने वालो के द्वारा बोरी,झिल्ली और डंडे से वहीं पर संकेतक लगाये हैं ताकि अनहोनी घटनाओं से बचा जा सके लेकिन संबंधित विभाग को इस ओर ध्यान देने के बजाय मुक दर्शन बनकर बैठी है।