गर्मी पूरी तरह शुरू नहीं हुई और शहर के कई इलाकों में पानी का संकट शुरू

Chhattisgarh Crimesगर्मी पूरी तरह शुरू नहीं हुई और शहर के कई इलाकों में पानी का संकट शुरू हो गया है। शहर के बीचोबीच और पॉश इलाकों में भी पानी की अघोषित कटौती शुरू कर दी गई है। आउटर में पानी की स्थिति ये हो गई है कि निगम को टैंकर से पानी पहुंचाने के लिए 1 करोड़ का टेंडर करना पड़ गया है। हालांकि निगम की ओर से पिछले 15 साल से हर गर्मी के पहले ये दावा किया जाता रहा है कि पानी का संकट नहीं होगा। नलों से पर्याप्त आपूर्ति की जाएगी। लोगों को घर बैठे पर्याप्त पानी मिलेगा। लेकिन हकीकत इससे ठीक उलट रहती है। इस साल भी यही स्थिति है।

रायपुर नगर निगम ने 2050 तक कुल 16 लाख की आबादी के लिए रोज औसतन 310 एमएलडी पानी की सप्लाई की तैयारी की है। इसी टारगेट के आधार पर शहर में इंटकवेल बनाया गया है। हालांकि अभी 2025 में ही रोज 310 एमएलडी पानी की जरूरत पड़ रही है, वह भी तब जब गर्मी अपने पूरे पीक पर नहीं है।

426 करोड़ खर्च कर दिए
राजधानी में अमृत मिशन के तहत 426 करोड़ की लागत से 14 नई पानी टंकी, राइजिंग लाइन, डिस्ट्रीब्यूशन और नल कनेक्शन का काम किया गया है। इसके बावजूद शहर का बड़ा एरिया आज भी टैंकरों के ही भरोसे है। निगम इस योजना पर 2017 से काम शुरू कर रहा है। इसके बाद भी फुंडहर और लाभांडी पानी टंकी से पानी की सप्लाई शुरू नहीं कर पाया है। दोनों टंकियों से पानी की सप्लाई कब होगी यह भी तय नहीं है।

इतनी बड़ी रकम खर्च होने के बावजूद शहर को आज तक टैंकर मुक्त नहीं किया जा सका है। अब 15 साल बाद निगम में भाजपा की महापौर बनीं हैं। सरकार भी भाजपा की है। ऐसे में कुछ बड़ी योजनाओं को मंजूरी मिल सकती है।

डेढ़ दर्जन वार्ड ऐसे हैं जहां टैंकरों से ही पानी की सप्लाई
पड़ताल के दौरान पता चला है कि आमतौर पर अप्रैल की शुरुआत से ही राजधानी में करीब डेढ़ दर्जन वार्डों में पानी की किल्लत शुरू हो जाती है। इसमें सड्डू, दलदल सिवनी, विधानसभा रोड, जीरो प्वाइंट, कुशालपुर, रायपुरा, टिकरापारा, खम्हारडीह समेत कई वार्ड शामिल हैं। इन सभी जगहों पर निगम टैंकरों से ही पानी की सप्लाई करता है। जोन वाइज टैंकरों की डिमांड मंगाई जाती है। इसी आधार पर वार्डों में टैंकर पहुंचाए जाते हैं। ठेकेदार को इसी शर्त पर ठेका दिया जाता है कि वह हर जोन में डिमांड के अनुसार टैंकर पहुंचाएगा।

24 घंटे पानी कब मिलेगा अफसरों को भी नहीं पता
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शहर के एबीडी एरिया यानी 16 वार्डों में सबसे पहले 24 घंटे पानी देने की सुविधा के लिए सात साल पहले योजना बनाई गई। पिछले दो साल से इस योजना पर काम किया जा रहा है। निगम वाले अभी भी नहीं बता पा रहे हैं कि कब से 24 घंटे पानी मिलेगा। अभी इन 16 वार्डों के 27 हजार घरों में कभी भी पुराने पाइपलाइन से सप्लाई बंद कर नई खोल दी जाती है।

रायपुर में फिलहाल 310 एमएलडी पानी की सप्लाई हो रही है। अभी पानी की कमी नहीं है। गर्मी में पानी की किल्लत होती है इसलिए टैंकरों से सप्लाई के लिए एक करोड़ का टेंडर जारी किया गया है।