रायपुर के फोम फैक्ट्री में भीषण आग लगने से एक मजदूर की जिंदा जलने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त बचने के लिए मजदूर चीखता-चिल्लाता रहा, लेकिन साथी मजदूर उसे बचा नहीं पाए। मामला मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के कुटेसर गांव का है।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक का नाम त्रिलोचन ध्रुव (18) है। मजदूर धमतरी के मगरलोड का रहने वाला था। उसके साथ फैक्ट्री के अंदर 17 अन्य मजदूर काम कर रहे थे, जिन्होंने आग लगते ही फैक्ट्री से बाहर भागकर अपनी जान बचाई।
जानिए कब और कैसे फैक्ट्री में लगी आग ?
दरअसल, 27 जून की शाम 7 अचानक फोम फैक्ट्री में आग लग गई। इस दौरान फैक्ट्री में अफरा-तफरी मच गई। आग लगने की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची।
बताया जा रहा है कि घटना की सूचना मिलने के बाद एक निजी फैक्ट्री से दमकल की गाड़ी मंगवाई गई। वहीं 2 दमकल वाहन रायपुर से बुलाए गए। करीब 3 घंटे तक फैक्ट्री जलती रही। इसके बाद कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने आग पर काबू पाया।
फोम फैक्ट्री को लाखों का नुकसान
मिली जानकारी के मुताबिक फोम फैक्ट्री में 12 से ज्यादा कर्मचारी बाहर के हैं, जबकि 7 कर्मचारी स्थानीय हैं। इनमें से ही एक जिंदा जल गया। वहीं आग लगने से फैक्ट्री मालिक मुकेश अग्रवाल को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
मंदिर हसौद थाना प्रभारी अविनाश सिंह के मुताबिक, कुटेसर गांव में फोम फैक्ट्री है, जो 6 एकड़ में फैली हुई है। यहां पर गद्दा बनाया जाता है। शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग भड़की है। केमिकल और फोम जैसे ज्वलनशील पदार्थ की वजह से लपटें तेज हो गईं।
शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया
पुलिस के मुताबिक, कुछ ही मिनटों में आग की लपटें पूरी फैक्ट्री में फैल गईं। इस दौरान आग में मजदूर त्रिलोचन ध्रुव का शव पूरी तरह जल गया। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पीएम रिपोर्ट का इंतजार है।