छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के ग्राम देवरी के मंदिर में पूजा करने पहुंचे लोगों ने मूर्तियों पर खून के छींटे देखा

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के ग्राम देवरी के मंदिर में पूजा करने पहुंचे लोगों ने मूर्तियों पर खून के छींटे देखा। इस घटना से गांव के लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने तुरंत इसकी राजिम थाना की पुलिस को दी। इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पता चला कि दोनों ने अंधविश्वास के चलते यह हरकत की।

यह मामला राजिम ​थाना क्षेत्र के ग्राम देवरी की है। जानकारी के अनुसार, 29 जून 2025 को देवरी गांव के ग्रामीण ने थाना राजिम में शिकायत दर्ज कराई कि गांव के मंदिर में स्थापित मूर्तियों पर खून लगा हुआ पाया गया है। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके का मुआयना किया और मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया।

मूर्तियों पर खून का तिलक लगाने से मिलती है धन-दौलत

इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान ग्राम देवरी स्कूलपारा निवासी दो संदेहियों लीलाराम साहू (42 वर्ष) और कामता प्रसाद साहू (50 वर्ष) को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने बताया कि किसी तांत्रिक ने बताया कि मंदिर की मूर्तियों पर अपने खून का तिलक लगाने से घर में धन-दौलत और सुख-समृद्धि आती है। दोनों ने तांत्रिक की बातों में आकर अंधविश्वास के चलते मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियों पर अपना खून लगा दिया।

अंधविश्वास के मामले में दो गिरफ्तार

एडिशनल एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने बताया कि राजिम थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ धारा 298 और बीएनएस एक्ट की धारा 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों आरोपियों के विरुद्ध अतिरिक्त प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की गई है।