छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी हत्याकांड में 3 साल से फरार शूटर को उत्तरप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उस पर बिलासपुर पुलिस ने 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आएगी।
इस केस में अब तक तीन शूटर पकड़े जा चुके हैं। लेकिन, शूटर्स को भगाने के लिए इस्तेमाल में लाई गई कार का पता नहीं चल सका है। हालांकि, एक शूटर फरार है, जिसके पास कार होने की उम्मीद है।
पुलिस का दावा है कि केस में चार शूटर्स की पहचान की गई है, जिनकी तलाश की जा रही थी। दो साल पहले जब लखनऊ ATS ने उत्तरप्रदेश के गाजीपुर के संदपुर देवकाली मउपारा निवासी ताबिज अंसारी उर्फ इरफान अहमद (28) को गिरफ्तार किया था, तब तीन अन्य शूटर्स के नाम सामने आए थे।
जिसमें बनारस निवासी शूटर दानिश अंसारी (32), बनारस निवासी एजाज अंसारी उर्फ सोनू (35), चित्रकूट के मानिकपुर क्षेत्र के चमरौहा निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी उर्फ वासू सिंह शामिल हैं।
वाराणसी में पकड़ाया शूटर विनय द्विवेदी
पुलिस की टीम फरार शूटर विनय कुमार द्विवेदी की तलाश में थी। उस पर पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। साथ ही उत्तरप्रदेश पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई थी। दो दिन पहले वाराणसी पुलिस और SRF फील्ड यूनिट ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उसे फत्तेपुर मोड़ के पास वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ा। आरोपी के पास पुलिस को 315 बोर का देसी कट्टा और दो कारतूस मिले हैं।
उसने पूछताछ में बताया कि वह प्रतापगढ़ के एक लाख के इनामी अपराधी एजाज के बुलावे पर वाराणसी आया था। विनय के खिलाफ बिलासपुर के सकरी के अलावा बिहार, नोएडा और वाराणसी में हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस को उम्मीद है कि विनय की गिरफ्तारी से मामले की जांच को नई दिशा मिलेगी।
शूटर्स को ले जाने वाली कार गायब
हत्याकांड के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी के दोस्त अमन गुप्ता की कार से शूटर्स को भगाने का दावा किया था। इस केस में अब तक तीन शूटर्स पकड़े जा चुके हैं। लेकिन, अमन गुप्ता की कार का अब तक पता नहीं चल सका है, जिसे पुलिस ढूंढ रही है। तीन साल से फरार शूटर विनय द्विवेदी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब कार सहित हत्याकांड के संबंध में पूछताछ करेगी।