सूरजपुर जिले के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आबकारी परीक्षा के दौरान विवाद हो गया। हिंदूवादी संगठनों ने केंद्राध्यक्ष पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केंद्राध्यक्ष ने परीक्षा में शामिल होने आए छात्रों के हाथ से पवित्र सूत्र (कलावा) जबरन उतरवा दिया। इससे हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत हुईं। घटना के बाद स्कूल के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
स्कूल के बाहर एकत्र होकर नारेबाजी की
स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों के मुताबिक, कलावा हिंदू धर्म में पवित्रता और आस्था का प्रतीक है। इसे उतारने का निर्देश देने से नाराजगी भड़क उठी। भाजपा के स्थानीय नेता और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता स्कूल के बाहर एकत्र होकर नारेबाजी करने लगे।
प्रदर्शनकारियों ने स्कूल प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात किया है।
निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई की मांग
स्कूल या प्रशासन ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। लोग इस मामले में निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। स्थिति पर काबू पाने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं।