नन मुद्दा, ईडी छापा और खदान अलॉट के मुद्दे पर प्रदेश की राजनीति गर्म

Chhattisgarh Crimesनन मुद्दा, ईडी छापा और खदान अलॉट के मुद्दे पर प्रदेश की राजनीति गर्म है। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। कांग्रेस और बीजेपी के नेता लगातार एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे है। प्रदेश के सोशल मीडिया गलियारे में कांग्रेस और बीजेपी के दो पोस्ट चर्चा का विषय बने हुए है। पहला पोस्ट छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल का है। पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया में पोस्ट करके लिखा है, कि मेरी और कांग्रेस की छवि धूमिल करने के लिए डिजिटल सुपारी अभियान चालू है।

 

अख़बारों में खबरें, AI से बनी तस्वीरों का दुरुपयोग, फिर उन्हें सोशल मीडिया इंफलुएंसरों की मदद से फैलाने का प्रयास इत्यादि इस गैंग की टूलकिट हैं। सरकार के लिए काम करने वाले इस खेल में हिस्सा हैं।

 

सबके नाम मुझ तक पहुंच रहे हैं। सरकारी पैसे के राजनैतिक दुरुपयोग का हिसाब कमलछाप नौकरशाहों को भी देना होगा और उन PR एजेंसियों को भी। समय से अधिक बलवान कोई नहीं! पूर्व सीएम के इस पोस्ट के बाद बीजेपी नेत्री राधिका खेड़ा ने सोशल मीडिया में पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, कि पूर्व सरकार के मुखिया कका ने अपने करीबियों को सरकारी विभाग से करोड़ो कमवाए। बीजेपी नेत्री ने दावा किया है,कि जन पोर्टल को पैसा दिया गया, वो कांग्रेस के संचार विभाग के दो नेताओं का है। बीजेपी नेताओं ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म में वीडियो भी अपलोड किया है। बीजेपी नेत्री ने पूर्व सीएम पर इन वेब पोर्टल से हिस्सा लेने का आरोप लगाया है।

 

हर दिन पोस्ट हो रहे 20 से ज्यादा पोस्ट

 

प्रदेश की राजनीति में सक्रिय दिखने के लिए सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक सवाल पूछने और उसका जवाब देने का दौरा जारी है। पक्ष और विपक्ष के नेताओं के अलावा पार्टियों ने सोशल मीडिया सम्हालने के लिए प्रायवेट नियुक्ति की है। विधायक, सांसदों और पार्टी के पदाधिकारियों के सोशल मीडिया पेज में औसत पांच से छह पोस्ट और पार्टी के सोशल मीडिया पेज औसत 15-20 पोस्ट हो रहे है।