छत्तीसगढ़ के सरगुजा में सटोरियों पर पुलिस ने नकेल कसने की तैयार कर ली है। पुलिस ने सरगुजा राजस्व अमले को पत्र भेजकर नामी सटोरियों की अचल संपत्ति की जानकारी मांगी है। सरगुजा में सट्टा कारोबार से जुड़े सटोरिए सत्यम ने एक वीडियो जारी कर दावा किया कि, महादेव सट्टा ऐप का संचालन अंबिकापुर में आरक्षक प्रवीण सिंह करवा रहा था। सत्यम ने प्रमुख सटोरियों का नाम भी बताया है। इस दावे के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है।
सरगुजा में क्रिकेट में सट्टा लगाने का खेल सालों से चल रहा है। एक सप्ताह पूर्व सटोरिए सत्यम ने स्वयं का वीडियो जारी कर खलबली मचा दी है। सत्यम ने दावा किया कि उसे आरक्षक प्रवीण सिंह ने महादेव सट्टा एप के कारोबार में लगाया था। गाड़ाघाट स्थित एक किराए के मकान से सट्टा का कारोबार चलता था। एक माह में उन्होंने आरक्षक प्रवीण सिंह को 48 लाख रुपये का मुनाफा कमाकर दिया।सरगुजा का सट्टा किंग पुलिस गिरफ्त से बाहर सत्यम द्वारा जारी वीडियो में बताया गया है कि सट्टा के कारोबार में आरक्षक प्रवीण सिंह के साथ अमित मिश्रा, दीप सिन्हा सहित अन्य सटोरिये शामिल थे। सत्यम ने डरकर काम छोड़ने को कहा तो आरक्षण प्रवीण सिंह ने उसे धमकी दी कि उसकी पहुंच आईजी, एसपी और दुबई तक है। अगर काम नहीं करोगे तो उठवा दूंगा, फंसा दूंगा।
जिन बड़े सटोरियों का नाम वीडियो में सामने आया है, उनमें अमित मिश्रा उर्फ पहलू को पुलिस ने एक पखवाड़े पूर्व गिरफ्तार किया है। सरगुजा आईजी ने वायरल वीडियो के तथ्यों के जांच के आदेश सरगुजा एसपी को दिए हैं। इसकी जांच की जा रही है।
सरगुजा में 13 मई को पुलिस ने स्काई एक्सचेंज के माध्यम से करोड़ों की सट्टापट्टी पकड़ी थी। इसमें दीप सिन्हा, अमित मिश्रा सहित अन्य बड़े सटोरियों का नाम आया है। सट्टा गिरोह का सरगना दीप सिन्हा अब भी फरार है।
पुलिस ने मांगा संपत्ति का विवरण सालों से करोड़ों रुपये का सट्टा गिरोह संचालित करने वालों का सरगना दीप सिन्हा बताया गया है। सटोरियों ने करोड़ों रुपये की संपत्ति भी अर्जित की है।
सरगुजा एएसपी अमोलक सिंह ने बताया कि सरगुजा पुलिस ने अब प्रमुख सटोरियों के अचल संपत्ति की जानकारी सरगुजा राजस्व अमले से मांगी है। दीप सिन्हा के खिलाफ अंबिकापुर कोतवाली एवं गांधीनगर थाने में कई अपराध दर्ज हैं।