बिलासपुर में वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक (CCF) कार्यालय परिसर में लगे विशालकाय पेड़ को बिना अनुमति के कटाई कर दी गई। जिस विभाग पर पर्यावरण बचाने और पेड़ों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, उसी विभाग के अफसरों ने बिना वजह एक हरे-भरे पेड़ को जड़ सहित कटवा दिया। जिस समय पेड़ की कटाई की जा रही थी, उस समय विभाग के अफसर दफ्तर से गायब थे। बताया जा रहा है कि मंदिर निर्माण में बाधा डालने के नाम पर हरे-भरे पेड़ की कटाई की गई है।
एक तरफ पर्यावरण प्रदूषण और हरियाली लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार एक पेड़ मां के नाम मुहिम चला रही है। वन विभाग के जरिए लोगों को पौधे बांटकर हरियाली लाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। साथ ही वन विभाग को भी पौधरोपण करने की जिम्मेदारी दी गई है। उसी विभाग के ऑफिस परिसर में लगे पेड़ पर मशीन चलाकर उसे धरासाई कर दिया गया।
कुछ भी बताने से बचते रहे अफसर व कर्मचारी गुरुवार दोपहर वन विभाग के बड़े अफसर के कार्यालय परिसर में लगे बड़े व हरे-भरे पेड़ पर मशीन चलाते देखकर कुछ लोग पहुंच गए। वहीं, जानकारी मिलते ही मीडियाकर्मी भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान पूछताछ में किसी ने कहा पेड़ झुक गया था, तो किसी ने दावा किया कि मंदिर निर्माण के लिए पेड़ को काटा गया है। वहीं, विभाग के अफसर व कर्मचारी पेड़ की कटाई का कारण बताने के लिए बचते रहे।
जिस समय पेड़ काटे जा रहे थे, उस वक्त अफसर गायब थे। अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गई तो फोन तक रिसीव नहीं किया। वहीं, मौजूद कर्मचारी पेड़ की कटाई के संबंध में जानकारी होने से ही इनकार करते रहे।
सुनियोजित तरीके से काटे जा रहे पेड़ शहर में पेड़ों की सुनियोजित तरीके से कटाई चल रही है। करीब एक महीना पहले सरकंडा के सीपत रोड किनारे दो हरे-भरे पेड़ों को बिजली विभाग के कर्मचारियों ने काट दिया। दरअसल, यहां विजय चश्मा संसार के संचालक द्वारा कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है, जहां पर मेन रोड पर दो पेड़ लगे थे।
साथ ही कॉम्प्लेक्स के सामने एक बिजली खंभा भी है। कॉम्प्लेक्स की सुंदरता पेड़ में दब रही थी। लिहाजा, संचालक ने बिजली विभाग के कर्मचारियों से मिलीभगत कर दोनों पेड़ को कटवा दिया। इस मामले की शिकायत एसडीएम से की गई। लेकिन, मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।