लोकेश्वर सिन्हा..
गरियाबंद 17 अगस्त 2025। दो पुरुष और दो महिला माओवादी सहित कुल चार हार्डकोर माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है,मामले की खुलासा रायपुर रेंज के आई अमरेश मिश्रा ने गरियाबंद पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया है, बताया जा रहा है कि समर्पण करने वाले तीन माओवादी कैलाश,रनिता और सुजीता सीसीएम बालाकृष्णन उर्फ मनोज के प्रोटेक्शन टीम से थे.. जो नक्सल संगठन में शामिल होने से लेकर अब तक कई बड़े नक्सल वारदात में शामिल रहे थे,जिनके समर्पण से नक्सल संगठन को बड़ा झटका लगा है।
बताया गया कि पुलिस के सामने नक्सल संगठन को छोड़कर मुख्य धारा में लौटने वाले माओवादी दीपक पालेसरमा पंचायत के इतन गांव थाना किस्टाराम जिला सुकमा के रहने वाले है, कैलाश जगरगुंडा थाना क्षेत्र के सिलिमपेंटा जिला सुकमा, सुजीता बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के पेद्दागुलूर गांव और रनिता बीजापुर जिले के तिमेनार गांव थाना मिरतुर के रहने वाली है,जिन्होंने अब हिंसा छोड़ मुख्यधारा का रास्ता चुना और गरियाबंद पुलिस और सीआरपीएफ के सामने आत्मसमर्पण किया है।
बताया जा रहा है कि गरियाबंद जिले में सरकार की आत्मसमर्पण नीति और सुरक्षा बलों की लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन पर जंगलों में लगातार सर्चिंग अभियान और दबिश असर माना जा रहा है जिसके प्रभाव में आकर कई बड़े वारदात में शामिल रहने वाले 19 लाख के चार माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है,जो आज गरियाबंद हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया।
*IG अमरेश मिश्रा ने किया खुलासा…*
नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण करने का खुलासा आज गरियाबंद पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया,इसमें रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा और नक्सल ऑपरेशन के DIG अंकित गर्ग मौजूद रहे,उन्होंने मीडिया के सामने बताया कि इस कदम से नक्सल संगठन को बड़ा झटका लगा है और आने वाले समय में कई और नक्सली आत्मसमर्पण कर सकते हैं।
*आत्मसमर्पण नीति का असर…*
छत्तीसगढ़ सरकार और पुलिस की ओर से नक्सलियों को लगातार समझाइस दी जा रही थी कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा से जुड़े,लिहाजा उसी का असर माना जा कि दो महिला सहित चार माओवादियों ने गरियाबंद पुलिस के समाने सरेंडर किया है,
*सुरक्षा एजेंसियों की नजर…*
आत्मसमर्पण करने वाले इन नक्सलियों से अब विस्तृत पूछताछ की जा रही है,माना जा रहा है कि इस प्रक्रिया के बाद संगठन की अंदरूनी हलचलों और भविष्य की रणनीति पर बड़ा खुलासा हो सकता है,फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां इस आत्मसमर्पण को नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता मान रही हैं।
*जवानों को मिली बड़ी सफलता…*
गरियाबंद में सर्चिंग के लिए निकले पुलिस टीम और सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है, बताया जा रहा है कि सर्चिंग के दौरान जवानों ने जंगल में भारी मात्रा में नक्सलियों द्वारा डंप करके रखे विस्फोटक समाग्री,16 लाख कैश, लैपटॉप और नक्सलियों के दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद किया है,नक्सली किसी बड़े वारदात को अंजाम देते उससे पहले जांबाज जवानों ने उनके मंसूबे नाकाम कर दिए।