आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में गड़बड़ी मामले में चार महिलाओं का फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले स्कूल संचालक, उसके पुत्र सहित चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया

Chhattisgarh Crimesआंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में गड़बड़ी मामले में चार महिलाओं का फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले स्कूल संचालक, उसके पुत्र सहित चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किय है। पूर्व में मामले में फर्जी सर्टिफिकेट लगाने वाले चार महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था। मामला शंकरगढ़ थाना क्षेत्र का है। फर्जी सर्टिफिकेट में हेडमास्टर का हस्ताक्षर करने वाले स्कूल संचालक के पुत्र की उम्र सर्टिफिकेट जारी करने के दिनांक में मात्र 13 साल थी। जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग, कुसमी के अनुभाग शंकरगढ़ में वर्ष 2024-25 में हुए आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत कलेक्टर से की गई थी। कलेक्टर द्वारा मामले में जांच कमेटी बनाई गई थी। जांच में आंगनबाड़ी बेहराटोली जार्गिम, कटहरपारा महुआडीह, धाजापाठ कोठली, डूमरपानी बेलकोना में चयनित सहायिकाओं का कक्षा आठवीं की अंकसूची फर्जी पाई गई।फर्जी अंकसूची मिलने पर दर्ज हुई FIR

मामले में प्रभारी परियोजना अधिकारी, कुसमी ने रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट पर शंकरगढ़ थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2) और 61(2) के तहत अपराध दर्ज कर 24 जुलाई को पुलिस ने अरमाना (29), रिजवाना (33), प्रियंका यादव (27) और सुशीला सिंह (26) को गिरफ्तार किया था। सभी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

 

स्कूल संचालक सहित चार गिरफ्तार

शंकरगढ़ पुलिस ने मामले में फर्जी अंकसूची तैयार करने वाले स्कूल के संचालक, उसके पुत्र सहित चार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में अजीजी पब्लिक स्कूल के संचालक शमसुद्दीन अंसारी (50 वर्ष), संचालक का पुत्र आबिद अंसारी (22 वर्ष), उमाशंकर पैकरा (30 वर्ष), पूर्व में गिरफ्तार आंगनबाड़ी सहायिका सुशीला पैकरा का पति

एवं शिवनारायण रवि (30 वर्ष) शामिल हैं। शिवनारायण रवि बीएमओ कार्यालय में कंप्यूटर आपरेटर है। सभी के खिलाफ धारा-318(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2) के तहत कार्रवाई की गई। शंकरगढ़ थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने आबिद अंसारी को रिमांड पर लिया है। अन्य तीन आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

 

13 वर्ष की आयु में हेडमास्टर

आंगनबाड़ी सहायिकाओं के फर्जी सर्टिफिकेट वर्ष 2015-16 के सत्र के बनाए गए थे। इन सर्टिफिकेट में हेडमास्टर के रूप में आबिद अंसारी ने हस्ताक्षर किया है। वर्ष 2015-16 में आबिद की उम्र मात्र 13 साल थी। शंकरगढ़ पुलिस आबिद को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।