फर्जी दवा कंपनी की आड़ में नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया

Chhattisgarh Crimesफर्जी दवा कंपनी की आड़ में नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ट्रेलर ड्राइवर है। आंध्रप्रदेश से ट्रेलर में नशीली दवाएं लेकर दुर्ग पहुंचा और उसे बेचने के लिए ग्राहक खोज रहा था। पुलिस ने आरोपी कुलविंदर सिंह को प्रतिबंधित नशीली टेबलेट्स के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके कब्जे से 480 नग अल्प्राजोलम टेबलेट्स, एक मोबाइल फोन और ट्रेलर जब्त किया है। मामला पुलगांव थाना क्षेत्र का है।

 

रसमड़ा में खोज रहा था ग्राहक

 

जानकारी के मुताबिक, थाना पुलगांव पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति रसमड़ा स्थित भदौरिया पेट्रोल पंप के पास प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बिक्री करने वाला है। इस पर पुलगांव पुलिस ने टीम बनाकर मौके पर दबिश दी और आरोपी कुलविंदर सिंह को पकड़ लिया 480 नग नशीली टेबलेट जब्त

 

आरोपी की तलाशी लेने पर उसके पास से दो तरह की नशीली टेबलेट बरामद हुई। इनमें Leeford Health Care Ltd. कंपनी की 360 नग अल्प्राजोलम टेबलेट और ELPJ 0.5 नामक 120 नग अल्प्राजोलम टेबलेट शामिल हैं। इस तरह कुल 480 नग टेबलेट जब्त की गई। इन दवाओं को आरोपी बिना किसी अनुमति के अवैध रूप से बेच रहा था।

 

आंध्रप्रदेश से लाया था नशीली दवाएं

 

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पेशे से ट्रक ड्राइवर है। रायपुर के टाटीबंध थाना क्षेत्र का रहने वाला कुलविंदर सिंह अक्सर ट्रेलर में सामान लेकर अलग-अलग राज्यों में जाता है।

 

हाल ही में वह आंध्रप्रदेश गया था। सामान उतारने के बाद उसने वहां से नशीली टेबलेट खरीदी और उन्हें वापस लाकर स्थानीय स्तर पर सप्लाई करने की योजना बना रहा था। लेकिन पुलिस ने उसे पकड़कर बड़ी खेप जब्त कर ली। फर्जी दवा कंपनी से जुड़ा कनेक्शन

 

भिलाई नगर सीएसपी सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी का संबंध फर्जी दवा कंपनी चलाने वाले इंजीनियर वैभव खंडेलवाल से है।

 

खंडेलवाल पहले ही फर्जी दवा कारोबार में गिरफ्तार हो चुका है। पिछले दिनों उसके तीन अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया गया था। अब उसके एक और साथी को नशीली दवाओं के साथ गिरफ्तार किया गया है।

 

एनडीपीएस एक्ट के तहत केस

 

आरोपी कुलविंदर सिंह के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। पुलिस ने उसके कब्जे से नशीली दवाओं के साथ मोबाइल फोन और ट्रेलर भी जब्त किया है। पुलिस को शक है कि इसके पीछे संगठित गिरोह सक्रिय है, जिसकी जड़ें कई राज्यों तक फैली हो सकती हैं।