छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में मेडिकल स्टोर के संचालक ने 10 साल के बच्चे को इंजेक्शन लगा दिया

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में मेडिकल स्टोर के संचालक ने 10 साल के बच्चे को इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उसकी तबीयत गई। जिला अस्पताल से उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामला कोतवाली नगर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, बच्चे का नाम अनमोल एक्का है। वह सरस्वती शिशु मंदिर में कक्षा 6वीं में पढ़ता था। वह माता-माता के साथ वार्ड क्रमांक- 8 में रहता था। उसके घुटने में घाव हो गया था। बुधवार की शाम पिता जितेंद्र एक्का उसे लेकर शंभू मेडिकल स्टोर पहुंचा। पिता ने बेटे के घाव के बार संचालक को बताया। जिसके बाद उसने बच्चे के पैर में इंजेक्शन लगाय दिया। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में मौत

 

इसके बाद बाप-बेटे घर लौट गए। कुछ देर बाद बेटे की तबीयत बिगड़ने लगी। परिजन उसे लेकर फौरन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। जहां उसका आईसीयू में इलाज चल रहा था। बुधवार रात की उसकी मौत हो गई। परिजन शव लेकर अंबिकापुर से बलरामपुर के लिए रवाना हो गए हैं।

 

नहीं मिली है शिकायत, जांच कराएंगे-सीएमएचओ

 

बलरामपुर CMHO डॉ. बसंत सिंह ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं मिली है। शिकायत आती है, तो मामले में जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आशंका है कि इंजेक्शन के रिएक्शन के कारण बच्चे की हालत बिगड़ी। उसे कौन सा इंजेक्शन लगाया गया था, इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। जांच की जा रही है। झोलाछाप डॉक्टर और मेडिकल स्टोर के भरोसे मरीज

 

जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति दुरुस्त नहीं है। इसके कारण लोग बीमार होने पर झोलाछाप डाक्टरों से इलाज करा रहे हैं। पहले भी झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से मौत के मामले सामने आ चुके हैं। जिला मुख्यालय में करीब आधा दर्जन मेडिकल स्टोर में लोगों का इलाज किया जाता है।