कोंडागांव में छत्तीसगढ़ पावर कार्पोरेशन लिमिटेड की ओर से लगाए गए स्मार्ट मीटर से बिजली उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल में दो से चार गुना तक की वृद्धि देखी गई है। उपभोक्ताओं की शिकायत है कि जो बिल पहले 100 से 500 रुपए के बीच आता था, वह अब बढ़कर 1500 से 4000 रुपए या इससे भी अधिक हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली की खपत में कोई बदलाव नहीं आया है, फिर भी बिल में भारी वृद्धि हुई है।
कोंडागांव शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नरेन्द्र देवांगन ने इस मुद्दे पर सरकार की आलोचना की है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव का कहना है कि प्रति यूनिट मात्र 20 पैसे की वृद्धि हुई है, जिससे जनता पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा।
बिल में वृद्धि का कारण बताया खपत
स्थानीय निवासियों को यह भी चिंता है कि स्मार्ट मीटर में तकनीकी खराबी हो सकती है। साथ ही उन्हें आशंका है कि इन मीटरों को प्रीपेड मोड में बदल दिया जाएगा। उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग में कई बार शिकायतें दर्ज कराई हैं। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि बिल में वृद्धि खपत बढ़ने के कारण हुई है।