दुर्ग जिले में एक युवक से करीब 2 लाख की ऑनलाइन ठगी हुई है। ठग ने बैंक अधिकारी बनकर युवक को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का लालच दिया और उसके खाते से रकम गायब कर दिए। मामला नेवई थाना क्षेत्र का है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ठग का मोबाइल नंबर उत्तर भारत के किसी राज्य से संचालित होना पाया गया है। साइबर सेल अब कॉल डिटेल और लेन-देन की तकनीकी जांच में जुटी है।
ऐसे हुई ठगी
नेवई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, हिन्द नगर, रिसाली निवासी सुमित दिलीप मोदी (27 वर्ष) ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 19 सितंबर की शाम करीब 6.54 बजे उसे एक अनजान नंबर से कॉल आया।
कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को एक्सिस बैंक का कस्टमर केयर प्रतिनिधि बताया और कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के संबंध में पहले बात हुई थी। इस पर सुमित ने हामी भर दी।
बैंक का ऐप खोलने कहा, क्लिक करने पर कट गए पैसे
ठग ने प्रार्थी को पहले बातों से भरोसे में लिया। ठग ने कहा कि आप अपने एक्सिस बैंक ऐप को खोलें और क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के विकल्प पर क्लिक करें। जैसे ही प्रार्थी ने ऐप में दिए गए निर्देशों का पालन किया, उसके मोबाइल पर एक एसएमएस लिंक आया। ठग ने कहा कि उस लिंक पर क्लिक करने से प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। जैसे ही सुमित ने लिंक पर क्लिक किया, उसके फोन पर एक ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) आया जो ऑटोफिल होकर ऐप में दर्ज हो गया। कुछ ही सेकेंड बाद सुमित के खाते से 1 लाख 95 हजार 500 रुपए कट गए।
जांच में जुटी पुलिस
रकम गायब होते ही सुमित को ठगी का एहसास हुआ और उसने तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क कर घटना की जानकारी दी। इसके बाद पीड़ित ने नेवई थाने पहुंचकर पूरी घटना की लिखित शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने प्रार्थी की रिपोर्ट पर भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4) बीएनएस (साइबर धोखाधड़ी से संबंधित अपराध) के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
साइबर एक्सपर्ट ने कहा अनजान लिंक पर न करें क्लिक
साइबर ठग अब नई-नई तरकीबों से लोगों को जाल में फंसा रहे हैं। इसलिए किसी भी ऑफर या बैंक संबंधी कॉल की पुष्टि बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा से करना ही सुरक्षित तरीका है। साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि किसी भी अनजान नंबर से आने वाले कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें। बैंक कभी भी फोन या लिंक के जरिए ग्राहक से ओटीपी या अकाउंट की जानकारी नहीं मांगता। यदि कोई संदिग्ध कॉल या लिंक प्राप्त हो तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें।