छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के उदंती सीता नदी अभयारण्य में बीमार हाथी ने एक शख्स को पटककर मार डाला। युवक टॉयलेट के लिए निकला था। बताया जा रहा है कि हाथी के मुंह में छाले पड़ गए हैं, जिससे वह आक्रामक हो गया है। मामला कोदोमाली गांव का है।
वहीं रायगढ़ जिले में भी एक हाथी ने बाइक सवार युवकों को दौड़ा दिया। एक युवक हाथी से बचने के लिए अपने बच्चे को गोद में उठाकर दौड़ता दिख रहा है। वहीं साथ में 3-4 लोग भी भागते नजर आ रहे हैं, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। मामला तमनार रेंज के सामारूमा जंगल का है।
पहला मामला- गरियाबंद में युवक को पटककर मार डाला
दरअसल, पहला मामला गरियाबंद ज़िले के कोदोमाली गांव का है। उदंती सीता नदी अभयारण्य का एक बीमार हाथी आक्रामक हो गया है। 11 अक्टूबर की रात उसने शौच जा रहे एक ग्रामीण को मार डाला। मृतक का नाम जंगल राम (45) है, जो कमार जनजाति का था।
वह उदंती नदी के उस पार स्थित अपने घर के आंगन में था। जैसे ही वह टॉयलेट करने के लिए घर से बाहर निकला, हाथी ने उसे अपनी सूंड से पकड़कर नीचे पटक दिया। उसकी चीख सुनकर उसकी पत्नी जिला बाई बाहर आ गई, लेकिन हाथी जंगल राम को तब तक कुचलता रहा जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।
हाथी के इलाज की अनुमति नहीं, आक्रामक हो रहा
हाथी के कुचलकर मारने के बाद जंगल राम की पत्नी और गांव वालों ने वन विभाग को सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंचा। जंगल राम को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें आई हैं। साथ ही पसलियां कुचली हुई मिली हैं।
वन विभाग का कहना है कि इस क्षेत्र में मानव-हाथी द्वंद्व की घटना ढाई साल बाद हुई है। यह 15 वर्षीय नर हाथी के मुंह में छाले होने के कारण भूखा और आक्रामक है। अधिकारियों को हाथी के सटीक इलाज के लिए ट्रैक्युलाइजेशन (बेहोश करने) की अनुमति नहीं मिल पा रही है, जिसकी वजह से स्थिति बिगड़ रही है।
मृतक के परिवार को मिलेगा मुआवजा
उपनिदेशक वरुण जैन ने पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता के रूप में 25 हजार रुपए नकद दिए गए हैं। जैन ने बताया कि जनहानि का प्रकरण जल्द ही तैयार किया जाएगा। इसके तहत मृतक के परिवार को 6 लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा। उन्होंने तौरेंगा रेंज के ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील भी की है।