पहली बार ऑटोमोबाइल सेक्टर में चार दिनों का धनतेरस

Chhattisgarh Crimesदुर्ग जिले में इस बार दिवाली पर ट्रेंड बदल गया है। पहली बार ऑटोमोबाइल सेक्टर में चार दिनों का धनतेरस मनाया जा रहा है। 17 अक्टूबर से इसकी शुरुआत हुई। दिवाली के दिन यानी 20 अक्टूबर तक धनतेरस मनाया जाएगा। गाड़ियों की ज्यादा खरीदी की वजह से ऐसा निर्णय ऑटोमोबाइल सेक्टर में लिया गया है। वहीं इस बार गिफ्ट के ड्रायफ्रूट में खजूर ने अपनी जगह बना ली है। लेकिन ये खजूर विदेशी नहीं, भारत के अहमदाबाद में उगाई गई है। पिछले 8 से 10 दिनों में खजूर की बिकी बढ़ी है।

इस बार दिवाली में स्वदेशी और लोकल बनी मिठाइयों का ट्रेंड वापस लौटा है। लड्डू और बर्फी की डिमांड पैकेट्स वाली मिठाइयों से ज्यादा है। चैंबर ऑफ कॉमर्स छत्तीसगढ़ के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन ने बताया कि इस बार दुर्ग जिले में लगभग 150 करोड़ का व्यापार धनतेरस पर हुआ है। इसमें इलेक्ट्रानिक्स, ऑटोमोबाइल,सराफा, मेटल, जूता, कपड़ा, बर्तन आदि एफएमसीजी प्रोडेक्ट शामिल है।

ऑटोमोबाइल सेक्टर छाया रहा इस बार

चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन ने बताया कि अब तक धनतेरस सिर्फ एक दिन मनाया जाता था, लेकिन इस बार यह दिवाली तक चलेगा। यानी कुल चार दिन तक। ऑटोमोबाइल सेक्टर में गाड़ियों की डिलीवरी एक ही दिन में संभव नहीं होने के चलते यह बदलाव किया गया।

पहले जहां वाहन खरीदी केवल एक दिन में सिमटी रहती थी, वहीं अब यह चार दिन तक फैल गई है। धनतेरस अब सभी सेक्टरों में चार दिनों तक के पैटर्न पर जा सकती है, क्योंकि सभी सेक्टरों में इस बार ज्यादा ग्रोथ देखी जा रही है।

मिलेट्स से बनी मिठाइयों का बढ़ी बिक्री

मिठाइयों के बाजार में भी इस बार बड़ा बदलाव देखा गया। पहले लोग पैकेट्स में बंद मिठाइयों को तरजीह देते थे, लेकिन इस बार फ्रेश बनी हुई लोकल मिठाइयों जैसे लड्डू, बर्फी, चक्की आदि की मांग काफी बढ़ी है।

खास बात यह रही कि गृह उद्योग से बनी स्वदेशी मिठाइयों को लोगों ने प्राथमिकता दी। इसके अलावा मिलेट्स से बनी मिठाइयों की बिक्री भी बढ़ी है, जो सेहत के प्रति बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है।

पहली बार दिवाली में एक-दूसरे को खजूर दे रहे लोग

दिवाली में इस बार पहली बार देखा जा रहा है कि लोग एक-दूसरे को खजूर दे रहे हैं। इससे पहले तक दिवाली में खजूर देने का कोई ट्रेंड नहीं था। ड्रायफ्रूट्स में इस बार एक नया नाम जुड़ा अहमदाबादी खजूर।

पहली बार देसी खजूर को उपहार के रूप में और लेन-देन के दौरान शामिल किया गया। अहमदाबाद में खजूर की पैदावार और पैकेजिंग दोनों हो रही है, जो अब देशभर के बाजारों तक पहुंच रही है। दुर्ग और आसपास के इलाकों में खजूर का यह नया ट्रेंड पिछले 8 से 10 दिनों से तेजी पकड़ रहा है।