छत्तीसगढ़ में बस्तर पुलिस ने दो बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ में बस्तर पुलिस ने दो बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी ऐसे घरों को निशाना बनाते थे, जिनमें CCTV कैमरे नहीं लगे होते थे। जिन घरों में कैमरे लगे रहते, वहां से DVR निकालकर उसे नदी या तालाब में फेंक देते थे, ताकि सबूत न मिल सके और वे पकड़े न जाएं। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों के नाम आबुर शेख और बबलू चंद्र दास हैं, जो बांग्लादेश के रहने वाले हैं। दोनों अवैध तरीके से भारत में घुसे थे और करीब एक साल से ओडिशा में रह रहे थे। उन्होंने फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए थे और वहीं से आकर जगदलपुर में चोरी की वारदातें अंजाम दे रहे थे।

पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब 20 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात और नगदी बरामद की है। जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों के पास फर्जी वोटर ID कार्ड थे, लेकिन इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर उनका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला।

अब जानिए पूरा मामला

दरअसल, पिछले कुछ महीनों में बस्तर, परपा, कोतवाली और बोधघाट थाना क्षेत्रों के सनसिटी, धरमपुरा, महावीर नगर, कंगोली और नाईकगुड़ा इलाके में लगातार चोरी हुई थी। इन सभी जगहों पर चोरी करने का तरीका एक जैसा था। पुलिस ने इस मामले में अलग-अलग इलाकों के संबंधित थानों में FIR दर्ज की है।

इसके बाद SP शलभ सिन्हा के निर्देश पर साइबर सेल समेत पुलिस की एक टीम तैयार की गई। टीम चोरों की तलाश में जुट गई। इन थाना क्षेत्रों में लगे CCTV कैमरे खंगाले गए। CCTV कैमरे, साइबर सेल तकनीक और मुखबिर से पुलिस को इनकी पहचान मिली।

जगदलपुर के आड़ावाल से हिरासत में लिया गया था आरोपी

इस दौरान पुलिस को पता चला कि चोर ओडिशा के कोरापुट जिले के सासाहांडी के रहने वाले हैं। इनमें से एक को जगदलपुर के आड़ावाल से हिरासत में लिया गया। इसके बाद बस्तर पुलिस ने ओडिशा पुलिस के सहयोग से उनके ठिकाने पर दबिश दी। वहां से दूसरे युवक को पकड़ लिया।

आरोपियों से पूछताछ में दोनों ने अपना नाम आबुर शेख उर्फ बाबू शेख उर्फ शेख समीर और बबलू चंद्र दास बताया। ये दोनों मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाले हैं। इन्होंने फर्जी तरीके से भारतीय वोटर ID कार्ड बना लिया था।

इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर नहीं मिला रिकॉर्ड

वहीं पुलिस ने बताया कि वोटर ID कार्ड की जांच की गई तो इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की। इन्होंने चोरी करने की बात कबूल ली। सालभर से ओडिशा में रह रहे थे। इनका पूरा गैंग काम करता है। अलग-अलग जगह चोरी किए हैं। घर की तलाशी ली और चोरी के सोने-चांदी आभूषण बरामद किए।

पूछताछ में इन दोनों चोरों ने पुलिस को बताया कि वे ओडिशा से जगदलपुर आते थे। यहां पर अलग-अलग इलाकों में पहले रेकी करते थे। जब इन्हें पता चलता था कि कोई घर सूना पड़ा है तो वहां चोरी करने घुस जाते थे। घर का ताला तोड़ते थे। फिर घर में जो भी बेशकीमती सामान मिलता था उसकी चोरी करते थे।

DVR निकालकर फेंकते थे

एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि जिन घरों में सीसीटीवी कैमरे लगे होते थे, वे पकड़े न जाएं, इसके लिए वे डीवीआर निकालकर नदी या तालाब में फेंक देते थे। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि आरोपियों के पास से लगभग 20 लाख रुपए के जेवरात और कुछ नकदी बरामद की गई है। डीवीआर भी तालाब से बरामद कर लिया गया है।

ये सामान बरामद

चोरों के पास से 2 सोने का हार, 1 सोने की चेन, 1 सोने का लॉकेट, 2 नोज पिन, 1 कान का टॉप्स, 1 जोड़ी सोने का कंगन, 4 सोने की अंगूठी, 1 जोड़ी सोने की बाली, 2 जोड़ी चांदी की पायल, 1 जोड़ी चांदी का कंगन 1 डीवीआर, 1 जोड़ी सोने का झुमका, 3 सोने का मंगलसूत्र, सोने की फुल्ली समेत अन्य सामान बरामद हुआ है।