दुर्ग जिले में ईसाफ स्माल फाइनेंस बैंक के ग्राहकों से वसूली गई 85 लाख रुपए की रकम गबन करने के मामले में पुलगांव पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस छह आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज चुकी थी। अब तक इस मामले में कुल 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक मोहित देशमुख ने थाना पुलगांव में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि बैंक के संग्रहण (कलेक्शन) कर्मचारियों ने 240 ग्राहकों से लोन की किस्त के रूप में करीब 85 लाख रुपए की राशि वसूली थी, लेकिन वह रकम बैंक में जमा नहीं की गई।
बाद में जब बैंक प्रबंधन ने ग्राहकों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वे अपनी किस्तें पहले ही जमा कर चुके हैं। जांच में खुलासा हुआ कि संग्रह कर्मचारियों ने ग्राहकों से वसूल की गई रकम अपने निजी उपयोग में खर्च कर ली थी।
अलग-अलग जिले के रहने वाले है आरोपी
पुलिस ने इस मामले में धारा 420 (धोखाधड़ी), 409 (आपराधिक विश्वासघात) और 120-बी (साजिश) के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की। शुरुआती जांच में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वहीं, 11 नवंबर को तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान सतीश कुमार सिन्हा (24 वर्ष) निवासी ग्राम रेंगाकठेरा, जिला राजनांदगांव, टिकेश कुमार यादव (24 वर्ष) निवासी डोंगरगढ़, जिला राजनांदगांव और अमित कुमार ध्रुव (26 वर्ष) निवासी लोरमी, जिला मुंगेली के रूप में हुई है।
आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
पुलगांव थाना प्रभारी के मुताबिक, तीनों आरोपी ईसाफ बैंक के कलेक्शन विभाग से जुड़े हुए थे और लोन वसूली की रकम को बैंक में जमा करने के बजाय अपने निजी खर्चों में इस्तेमाल कर रहे थे।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया। एएसपी राठौर ने बताया कि इस पूरे मामले में बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।