रिश्वतखोर SDO के पास मिली 52 लाख की एफडी,नगदी जब्त सरगुजा ACB की टीम ने सूरजपुर जिले के प्रेमनगर में पदस्थ

Chhattisgarh Crimesरिश्वतखोर SDO के पास मिली 52 लाख की एफडी,नगदी जब्त सरगुजा ACB की टीम ने सूरजपुर जिले के प्रेमनगर में पदस्थ आरईएस के SDO ऋषिकांत तिवारी को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते बुधवार शाम रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम ने एसडीओ के घर की भी जांच की। जांच के दौरान एसडीओ के घर से 2 लाख 27 हजार रुपये कैश, करीब 52 लाख रुपये की FD, जेवरात और कई जमीनों के दस्तावेज मिले। इसके अलावा, बैंक खातों और बीमा योजनाओं में भी लाखों रुपये जमा पाए गए हैं।

 

जानकारी के मुताबिक, सूरजपुर जिले के प्रेमनगर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम नवापारा खुर्द निवासी दिगंबर सिंह ने आरईएस के SDO ऋषिकांत सिंह के खिलाफ सरगुजा ACB में शिकायत की थी। दिगंबर सिंह की निजी भूमि पर प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत तालाब निर्माण के लिए माह जून 2025 में 1.82 लाख रुपये की स्वीकृति मिली थी।

 

निर्माण का मूल्यांकन आरईएस विभाग को किया जाना था। मूल्यांकन और रिपोर्ट तैयार करने के लिए SDO ऋषिकांत तिवारी ने 15 हजार रुपये रिश्वत मांगी थी।

 

SDO के घर पहुंची ACB की टीम

ACB की टीम ने दिगंबर सिंह के घर 15 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए एसडीओ ऋषिकांत तिवारी को गिरफ्तार किया। इसके बाद एसीबी टीम ने ऋषिकांत तिवारी के घर अंबिकापुर में दबिश दी। जांच में उनके घर से 2.27 लाख रुपये नकद, मकान और जमीनों के दस्तावेज, बैंक और बीमा के कागजात, साथ ही सोने-चांदी के आभूषण जब्त किए गए। ACB के DSP प्रमोद कुमार खेस ने बताया कि जब्त नगदी को SDO ऋषिकांत तिवारी ने हाल ही में रिश्वत के रूप में हितग्राहियों से वसूलना बताया है। उसके पास से 52 लाख रुपये की एफडी मिली है। बैंक और बीमा योजनाओं में लाखों रुपये जमा हैं, जिसका डिटेल निकाला जा रहा है।

 

ACB की टीम ने आरोपी SDO ऋषिकांत तिवारी को गुरुवार को सूरजपुर कोर्ट में पेश कर दिया है।

 

सरपंच-सचिवों ने मनाया जश्न

आरईएस के SDO ऋषिकांत तिवारी लंबे समय से प्रेमनगर इलाके में एसडीओ के पद पर पदस्थ थे। एक माह पूर्व वे पदोन्नत हुए हैं। एसडीओ के रिश्वत लेते ट्रेप होने के बाद प्रेमनगर क्षेत्र के सरपंच-सचिवों ने पटाखे फोड़कर जश्न भी मनाया। पंचायतों के मूल्यांकन का कार्य ऋषिकांत तिवारी करता था। उसकी मनमानी से सरपंच-सचिव परेशान थे।