छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का अभियान अब रफ्तार पकड़ चुका है। सरकार धान खरीदी केंद्रों के माध्यम से किसानों का अब तक 450 करोड़ 87 लाख 98 हजार 100 रुपए का धान खरीद चुकी है।
किसानों का धान खरीदने के साथ-साथ भुगतान की प्रक्रिया जारी है। मार्कफेड द्वारा 214.18 करोड़ रुपए अपेक्स बैंक को जारी किया जा चुका हैं।
बता दें है कि राज्य सरकार किसानों से धान खरीदी के लिए मार्कफेड को पहले ही 26,200 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी उपलब्ध करा चुकी है, ताकि किसानों को भुगतान में कोई देरी न हो।
लगातार निरीक्षण कर रहे सीनियर अधिकारी
धान खरीदी केंद्रों में व्यवस्थाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सभी उपार्जन केंद्रों में अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जबकि राज्य और जिला स्तर के सीनियर अधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।
हड़ताल के बावजूद केंद्रों में आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं ताकि किसान बिना रुकावट धान बेच सकें।
25,567 क्विंटल अवैध धान हो चुका जब्त
बाहरी धान की एंट्री रोकने और अवैध परिवहन की निगरानी के लिए चेकपोस्ट पर अधिकारियों को तैनात किया गया है। राज्य भर में चलाए जा रहे सघन अभियान के तहत अब तक 373 मामलों में कार्रवाई करते हुए 25,567 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है।
पंजीकृत धान का कुल रकबा 29.27 लाख हेक्टेयर
किसानों ने बताया कि टोकन तुंहर ऐप से ऑनलाइन टोकन मिलने की प्रक्रिया बेहद सरल हो गई है, जिससे खरीदी केंद्रों में भीड़ कम हो रही है और बिक्री में सुविधा बढ़ी है।
खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए 26.50 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है। पंजीकृत धान का कुल रकबा 29.27 लाख हेक्टेयर है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि खरीदी सुचारू रूप से चले और हर किसान को समय पर भुगतान मिले।