छत्तीसगढ़ में साइबर ठगी लगातार नई-नई तरकीबों के साथ बढ़ती जा रही

Chhattisgarh Crimesछत्तीसगढ़ में साइबर ठगी लगातार नई-नई तरकीबों के साथ बढ़ती जा रही है। साइबर ठगों ने लोगों को ठगने के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) फार्म भरने के नाम पर ओटीपी मांगने का पैटर्न निकाला है। इस पैटर्न की जानकारी होते ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने एडवाइजरी जारी की है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि SIR फार्म भरने के दौरान बीएलओ OTP नहीं मांगते है।

 

और ना ही फोन के माध्यम से निर्वाचन आयोग का कोई भी कर्मचारी किसी भी मतदाता से ओटीपी पूछता है। पर्सनल जानकारी मांगने पर किसी को ना बताए। ऐसा होने पर थाने में शिकायत कर सकते है। पहले पढ़े ठगों का SIR पैटर्न क्या है

 

साइबर ठगों निर्वाचन कर्मी बनकर फोन करते है। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) फॉर्म भरने की बात बोलकर झांसे में लाते है। बातचीत करने के दौरान ओटीपी मांगते है और ओटीपी नहीं देने पर वोटर लिस्ट से नाम कटने की धमकी देते है।

 

वोटर लिस्ट से नाम ना कट जाए, इसलिए कॉलर उन्हें ओटीपी बता देते है और उनके अकाउंट से पैसा कट जाता है। 24 राज्यों में निर्वाचन आयोग विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) फॉर्म भरने की प्रक्रिया करवा रहा है। कई राज्यों में इस पैटर्न पर ठगी के केस सामने आए है। 6 महीने में 67 हजार लोगों से ठगी

 

निर्वाचन आयोग द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार, ये साइबर ठगों का पैटर्न है, इससे बचने की आवश्यकता सभी मतदाताओं को है।

 

बता दें कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरों के मुताबिक साइबर ठगों ने प्रदेश में जनवरी 2025 से जून 2025 तक 67 हजार 389 लोगों से 791 करोड़ रुपए की ऑनलाइन ठगी हुई थी।

 

साइबर ठग लगातार नए-नए पैटर्न से ठगी के वारदातों को अंजाम देते है। अब इस रिपोर्ट में विस्तार से जानिए साइबर ठगी के 10 नए पैटर्न और इनसे कैसे बचा जा सकता है। अब पढ़े राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बचने के क्या उपाय बताए

 

राज्य निर्वाचन आयुक्त यशवंत कुमार ने एसआईआर पैटर्न के नाम पर ठगी करने वाले साइबर ठगों से बचने के लिए सुझाव दिए है। निर्वाचन आयुक्त के अनुसार एसआईआर के नाम पर यदि कोई व्यक्ति कॉल करता है और ओटीपी मांगता है, तो उसे तुरंत मना कर दें।

 

इसके बाद भी कॉल करके दबाव बनाता है, तो उसे साफ-साफ कहें कि “मैं कार्यालय जाकर बात करूंगा/करूंगी या अपने BLO से संपर्क करूंगा/करूंगी।” अगर कोई व्यक्ति OTP मांगने के लिए दबाव डाले, धमकी दे या जोर डाले, तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में सूचना दें।

 

निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने एसआईआर के नाम पर ओटीपी मांगने वालों का कॉल आने पर हेल्पलाइन नंबर: 1950 पर कॉल करने और सोशल मीडिया प्लेटफार्म @CEOChhattisgarh (फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम) पर टैग करने की अपील की है।