कांकेर जिले के चारामा ब्लॉक में अवैध धर्मांतरण और श्मशान घाट (मुक्तिधाम) के कथित अवैध उपयोग को लेकर विवाद गहरा गया है। इस मुद्दे पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए सर्व समाज के लोगों ने चारामा स्थित एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। समाज के प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। सर्व समाज का आरोप है कि चारामा क्षेत्र में पिछले कुछ समय से अवैध धर्मांतरण की गतिविधियां जारी हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द प्रभावित हो रहा है।
ज्ञापन में कहा गया है कि धर्मांतरित व्यक्तियों के शवों को अन्य ब्लॉकों से गुपचुप तरीके से चारामा के स्थानीय मुक्तिधाम में लाया जा रहा है। समाज का कहना है कि इन शवों को स्थानीय प्रशासन या किसी व्यक्ति को सूचना दिए बिना, रात के समय गोपनीय तरीके से दफनाया जा रहा है। कार्रवाई नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी
कुछ दिन पहले भी देर रात को इसी तरह एक शव को गुपचुप तरीके से दफनाए जाने की घटना सामने आई थी, जिसके बाद से सर्व समाज में भारी आक्रोश है। समाज ने आरोप लगाया है कि प्रशासन की लापरवाही और निष्क्रियता के कारण ऐसे तत्वों के हौसले बढ़ रहे हैं, जो इन अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। सर्व समाज ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
एसडीएम ने दिया जांच का आश्वासन
मामले की गंभीरता को देखते हुए, अनुविभागीय अधिकारी ने सर्व समाज के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और उनकी शिकायत को गंभीरता से लिया। एसडीएम ने बताया कि पिछली रात को दफनाए गए शव के संबंध में उन्हें कोई पूर्व जानकारी नहीं थी।
उन्होंने आगे कहा, “सर्व समाज की ओर से सौंपे गए ज्ञापन के आधार पर इस पूरे मामले की गहन जांच की जाएगी। जांच के निष्कर्षों के आधार पर जो भी उचित और आवश्यक कार्रवाई होगी। वह जल्द से जल्द सुनिश्चित की जाएगी।”