छत्तीसगढ़ में नई कलेक्टर गाइडलाइंस की वजह से जमीन की कीमतें 5-9 गुना बढ़ गई हैं। जिसका प्रदेश के अलग-अलग जिलों में विरोध किया जा रहा है। दुर्ग में सोमवार को पुलिस और जमीन कारोबारियों के बीच तीखी बहस हुई। बाद में पुलिस ने कारोबारियों पर लाठीचार्ज किया। बिना अनुमति प्रदर्शन करने का आरोप
शहर के पटेल चौक स्थित बीएसएनएल ऑफिस के सामने सोमवार को बिना अनुमति सड़क जाम कर उग्र प्रदर्शन करने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है। प्रदर्शन के दौरान आरोपियों ने ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की और सरकारी कामकाज में रुकावट पैदा की, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
मामले में फरार आरोपी अभी तक पकड़े नहीं गए हैं, लेकिन पुलिस उनकी तलाश कर रही है। सिटी कोतवाली पुलिस ने बताया कि सभी आरोपियों की पहचान हो चुकी है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। शहर में कानून व्यवस्था बिगाड़ने, सरकारी काम में रुकावट डालने और बिना अनुमति सड़क रोकने जैसी हरकतें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। गंभीर धाराएं लगाई, गिरफ्तारी में जुटी पुलिस
जानकारी के मुताबिक, जमीन कारोबारियों के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले मनोज राजपूत पर पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह पहले भी अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। अब प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ हुई झूमाझटकी के मामले में भी उसके खिलाफ गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।
पुलिस मनोज राजपूत सहित अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि मामले में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान हो चुकी है और उनकी तलाश जारी है। अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने दी थी काफी समझाइश
दुर्ग के पटेल चौक पर चक्काजाम और ज्ञापन देने के लिए जमीन कारोबारी पहुंचे थे। इसी दौरान प्रदर्शन उग्र हो गया और कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर दबाव बनाने के लिए रास्ता पूरी तरह जाम कर दिया, जिससे कई घंटे तक यातायात बाधित रहा।
आरोप है कि पुलिस की ओर से रोकने पर भी उन्होंने निर्देशों को नजरअंदाज किया और सरकारी काम में बाधा डालते हुए भीड़ को और उकसाने की कोशिश की। झूमाझटकी के दौरान कुछ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी घायल हो गए।
इन्हें किया गया गिरफ्तार
घटना के बाद थाना सिटी कोतवाली में धारा 221, 126(2), 191(2) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया। जांच के दौरान मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आगे धारा 121(1), 132, 61(2), 125(क) भी जोड़ दी। पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में अनिल वासनिक (43) निवासी अंबेडकर नगर दुर्ग, विक्की चंद्राकर (32) निवासी शीतला नगर दुर्ग, दिनेश पांडेय (35) निवासी गयानगर दुर्ग, राकेश यादव (38) निवासी गयानगर दुर्ग और जितेंद्र बत्रा (41) निवासी सिंधी कॉलोनी, स्टेशन रोड दुर्ग शामिल हैं।