जांजगीर-चांपा जिले में एक प्रोफेसर के अपहरण और लूट का मामला सामने आया

Chhattisgarh Crimesजांजगीर-चांपा जिले में एक प्रोफेसर के अपहरण और लूट का मामला सामने आया है। जहां एक CAF जवान ने वारदात को अंजाम दिया। सीएफ के जवान करन दिनकर की दंतेवाड़ा में ड्यूटी लगी थी लेकिन वह खुद 2 साल से काम पर नहीं गया। लोगों से उधारी लेकर जीवन यापन कर रहा था। करन दिनकर पर जब उधारी बढ़ने लगा तब उसने बोरसी स्कूल के एक टीचर कार्तिकेश्वर रात्रे संग मिलकर प्रोफेसर का किडनैप कर उससे पैसे निकलवाने की प्लानिंग की। मामला शिवरीनारायण थाना क्षेत्र का है।

 

खरौद के लक्ष्मणेश्वर महाविद्यालय प्रोफेसर जब पढ़ाकर लौट रहे थे तब उन्हें किडनैप कर लिया और सुनसान जगह ले गए। जहां 5 युवकों ने मिलकर प्रोफेसर को डराया धमकाया और उनके कपड़े उतरवाकर न्यूड वीडियो बना लिए। फिर इश वीडियो को वायल कर देने की धमकी देते हुए 14 लाख रुपए लिए। अब जानिए पूरा मामला

 

घटना 28 नवंबर की है। खरौद के लक्ष्मणेश्वर महाविद्यालय के प्रोफेसर ने 1 दिसंबर को शिवरीनारायण थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वे कॉलेज की पढ़ाई कर वापस बाइक से घर लौट रहे थे। तभी सुनसान जगह में कुछ युवकों ने उनका रास्ता रोक लिया और उनके पास रखे 2900 रुपए लूट लिए।

 

लूट के बाद प्रोफेसर को अपनी बाइक में बिठाकर साथ ले गए। वहां, ले जाकर मारपीट की और 25 लाख रुपए की डिमांड की। पैसे नहीं देने पर सभी लड़कों ने मिलकर उनके कपड़े उतरवाए और एक आपत्तिजनक वीडियो बना लिया और वायरल करने की धमकी दी।

 

अपनी जान और इज्जत बचाने के लिए प्रोफेसर राम कुमार ने अपने खाते में मौजूद 14 लाख रुपए का चेक आरोपियों को दिया। फिर भी आरोपियों ने प्रोफेसर की पीछा नहीं छोड़ा।

 

अगले दिन प्रोफेसर आरोपियों के साथ बैंक गए और चेक के पैसे निकलवाए लेकिन उसने पैसे नहीं दिए। बैंक में ही सुरक्षित जगह जाकर प्रोफेसर ने विरोध किया और चिल्लाने लगे। हंगामा होता देख आरोपी प्रोफेसर को बैंक में ही छोड़कर भाग गए। बोरसी स्कूल के टीचर ने की थी प्लानिंग

 

पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि सीएफ का जवान लंबे समय से ड्यूटी नहीं गया है लोगो से उधार लेकर अपना जीवन यापन कर रहा था। उधार छुटाने मे भी वह हिम्मत हार रहा था।

 

ये बात जब बोरसी के प्राथमिक स्कूल के शिक्षक कार्तिकेश्वर रात्रे को मिली तो उसने प्रोफेसर के सीधापन को निशाना बनाने की योजना बनाई और अपहरण के लिए षड़यंत्र किया। जिसमें लगभग सफल हो गए, लेकिन प्रोफेसर के हंगामे ने इनका पोल खोल दिया।