लखनऊ | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘आत्मनिर्भर उत्तरप्रदेश रोजगार अभियान’ की शुरूआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम सभी अगर अपने जीवन के बारे में सोचें तो हमने अनेक उतार और चढ़ाव देखे हैं। हमारे गांव और शहरों में कई तरह की मुश्किलें आती रहती हैं। कल उत्तर प्रदेश और बिहार में बिजली गिर गई। कई जानें चली गईं।
उन्होंने कहा कि इसी तरह किसी ने नहीं सोचा था कि पूरी दुनिया पर एक ही तरह का कोरोना संकट आ जाएगा। हमें नहीं मालूम कि इससे कब निजात मिलेगी। लेकिन एक दवाई है जिससे हम बच सकते हैं। यह दवाई है दो गज की दूरी, गमछे से मुंह ढकना। जब तक कोरोना की दवा नहीं बनती हमें इसी तरह से अपना बचाव करना है।
‘आप पूरी जिदंगी पीएम रहें’
इस कार्यक्रम के दौरान 6 जनपदों के लोगों से बात की। इस दौरान उन्होंने पहले गोंडा की विनीता और बहराइच के तिलकराम से बात की। प्रधानमंत्री ने तिलकराम से कहा, ‘आपको प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान मिला है, लेकिन मुझे क्या दोगे।’ जवाब में तिलकराम ने कहा, ‘हम दुआ करते हैं कि आप पूरी जिंदगी पीएम रहें।’ इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि आप मेरे लिए एक काम करेंगे। आप अपने बच्चों को अच्छी पढ़ाई कराएं और इसकी जानकारी मुझे देते रहें।‘उत्तरप्रदेश में 30 लाख प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग हुई’
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘कोरोना संकट में प्रधानमंत्री मोदी ने कामगार और श्रमिकों की जिन योजनाओं को आगे बढ़ाने का मार्गदर्शन दिया था, अब रोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमने प्रदेश में अब तक 30 लाख प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग की है। इनमें 18 साल से कम उम्र के बच्चे शामिल नहीं हैं। इससे इन मजदूरों को काम देने में आसानी होगी।’ राज्य सरकार के मुताबिक, दूसरे राज्यों से घर लौटे 38 लाख प्रवासी श्रमिक और कामगार के साथ-साथ स्थानीय लोगों को इसका फायदा मिलेगा और यह संख्या एक करोड़ से ज्यादा है।