1200 एकड़ वन भूमि का फर्जी पट्टा बनाकर 21 गांवों के 227 लोगों को बांटा, फॉरेस्ट के प्यून समेत 3 गिरफ्तार

Chhattisgarh Crimes

अंबिकापुर। बड़े पैमाने पर फर्जी वन अधिकार पट्टा वितरण के मामले में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के बसंतपुर व वाड्रफनगर की संयुक्त पुलिस टीम ने जांच के बाद 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अब तक 227 फर्जी पट्टा जब्त किया गया है। दरअसल 7 अगस्त को वाड्रफनगर चौकी में हुई लिखित शिकायत के बाद एसपी रामकृष्ण साहू के निर्देश के बाद पुलिस ने जब जांच की तो बड़े फजीर्वाड़े का खुलासा हुआ।

पुलिस की विवेचना के दौरान पाया गया कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर विकासखंड अंतर्गत ग्राम बरतीकला निवासी बैजनाथ पांडे जो वन मंडल कार्यालय सूरजपुर में भृत्य के पद पर कार्यरत है।

वह अपने सहयोगी ग्राम गुरमुट्टी निवासी रामवृक्ष आयाम व रेवटी चौकी के ग्राम सोनडीहा निवासी पंचम पटेल के साथ मिलकर आपराधिक षड्यंत्र रचकर कंप्यूटर से कूट रचित पट्टा बनाकर उसमें सील व जाली हस्ताक्षर कर लोगों से व्यापक पैमाने में पैसा लेकर उन्हें पट्टा वितरित किया है।

इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपियों व किसानों के पास से 227 फर्जी पट्टे भी जब्त किए। आरोपियों ने लगभग 1200 एकड़ शासकीय वन भूमि के 227 नग फर्जी पट्टे बनाकर लोगों को वितरण कर भारी मात्रा में रकम उगाही की गई थी।

21 गांवों में बांटे गए 227 फर्जी पट्टे

आरोपियों ने जिन गांवों में पट्टे बांटे, उनमें चौकी बलंगी के भरूहीबास, थाना रघुनाथनगर के ग्राम हरिगवां, बगाईनारा, सरना, शंकरपुर, जनकपुर, बेतो, गिरवानी, बभनी, जेवराही, केसारी, थाना बसंतपुर के ग्राम करमडीहा, सरुवत, चौकी वाड्रफनगर व चलगली थाना क्षेत्र के भी कई गांव शामिल हैं। आरोपियों ने 21 गांव में कुल 227 लोगों को फर्जी पट्टा बांट कर १३ लाख रुपए की वसूली की थी।

कार्रवाई में ये रहे शामिल

कार्रवाई में बसंतपुर थाना प्रभारी राजकुमार लहरे, एसआई भूषण पटेल, वाड्रफनगर चौकी प्रभारी केपी सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।