रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को यहां अपने निवास कार्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम स्वप्नदृष्टा डॉ. खूबचंद बघेल को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धाजंलि अर्पित की. बघेल ने डॉ. खूबचंद बघेल के चित्र पर माल्यार्पण किया. इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, राज्य खाद्य और नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष करुणा शुक्ला भी उपस्थित थीं.
मुख्यमंत्री भूपेश ने डॉ. बघेल के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे जीवन के अंतिम समय तक कई रचनात्मक कार्यों और किसान-मजदूर हितैषी गतिविधियों से जुड़कर छत्तीसगढ़ की सेवा करते रहे. छत्तीसगढ़ राज्य आंदोलन को गति देने में उनकी निर्णायक भूमिका रही. डॉ. बघेल ने गांधी से प्रभावित होकर शासकीय नौकरी से त्यागपत्र दिया और सक्रिय रूप से स्वाधीनता आंदोलनों से जुडे़. उनके प्रभाव ने सैकड़ों युवाओं को स्वाधीनता संग्राम से जोड़ा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे एक गम्भीर चिंतक और विचारक थे. हिन्दी और छत्तीसगढ़ी में डॉ.बघेल द्वारा जनसरोकार और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लिखे गए नाटकों ने भी जनमानस पर गहरा प्रभाव डाला. छत्तीसगढ़ के लिए उनका योगदान सदा याद किया जाएगा.