आदिम जनजाति कमारपारा के नवीन स्कूल भवन अधूरा, छोटे से कमरा में प्राथमिक शाला के बच्चे एक साथ बैठने को मजबूर

* Chhattisgarh Crimesआदिम जनजाति कमारपारा के नवीन स्कूल भवन अधूरा, छोटे से कमरा में प्राथमिक शाला के बच्चे एक साथ बैठने को मजबूर*

 

पूरन मेश्राम/मैनपुर। गरियाबंद जिले के विकासखंड मुख्यालय मैनपुर राजापडाव क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोचेंगा के आश्रित गांव आदिम जनजाति कमारपारा भाँठापानी के नवीन स्कूल भवन 8-10 महीना से अधूरा पड़ा हुआ है।इसलिए प्राथमिक शाला के बच्चे एक साथ छोटे से कमरा में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर है। छत्तीसगढ़ सरकार कहती है सुदूर वनांचल क्षेत्र में निवास करने वाले अंतिम पंक्तियों के लोगों के शिक्षा चिकित्सा सहित बुनियादी सुविधा दिलाने कृत संकल्पित है। लेकिन प्राथमिक शाला के 32 बच्चे एक साथ बैठकर कैसे विद्या अध्ययन करते होंगे क्या उनके भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ नहीं कर रही है। सोचने पर मजबूर कर देता है।मगर क्या करोगे शासन प्रशासन के कथनी और करनी में आसमान अंतर दिखाई पडृता है। इसीलिए पहली से लेकर पांचवी तक के 32 बच्चे एक साथ पढ़ाई कर रहे है। क्षेत्र के दर्जनों नवीन स्कूल भवन अधूरा पड़ा हुआ है। स्कूल जतन योजना के अंतर्गत अभी तक अधूरा स्कूल भवन पूर्ण क्यों नहीं हो पाया इसमें खामियां कहां पर है। दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए बच्चों के भविष्य को देखते हुए अधूरा स्कूल भवन को पूर्ण निर्माण कराने की मांग शासन प्रशासन से ग्रामीणो ने किया है।

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