जगदलपुर। जगदलपुर मेडिकल कॉलेज अब कोरोना संक्रमितों को सीधे नहीं भेजा जाएगा, सिर्फ उन्हीं मरीजों को एडमिट दिया जाएगा, जो सीवियर और क्रिटिकल पाए जाएंगे. शेष मरीजों को होम आइसोलेट करने को प्राथमिकता रहेगी, जिससे गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सके और संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके. यह संबंध में बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.
बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि मेकाज प्रबंधन के लोगों के साथ कोविड वार्ड सहित अन्य सभी वार्डों का निरीक्षण किया गया है. यहां व्यवस्था में सुधार की गुंजाइश है, जिसे लेकर संबंधित लोगों को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में यदि संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होता है, तो इससे निपटने पूरी तैयारी रखने कहा गया है. जीएमसी परिसर में आने वाले 10 दिनों के भीतर बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के साथ ही अन्य जरूरी इंतजाम करने के निर्देश संबंधितों को दिए गए हैं, ताकि आपात स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके.
बस्तर कलेक्टर के मुताबिक अब कोरोना संक्रमित मरीज सीधे मेकाज नहीं भेजे जाएंगे, यहां सिर्फ उन्हीं मरीजों को एडमिशन दिया जाएगा, जो सीवियर और क्रिटिकल पाए जाएंगे. शेष मरीजों को होम आइसोलेट करने को प्राथमिकता रहेगी. इससे मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी लोगों का इलाज करने में सहूलियत होगी.
कलेक्टर के साथ सहायक कलेक्टर रेना जमील भी थी. सहायक कलेक्टर ने महिला वार्ड का निरीक्षण किया और वहां भर्ती लोगों से बातचीत कर उनकी शिकायतों को तत्काल दूर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. वरिष्ठ प्रशासकीय अधिकारियों के साथ निरीक्षण के दौरान कोविड वार्ड इंचार्ज डॉक्टर नवीन दुल्हनी के अलावा अन्य चिकित्सक साथ थे. सभी ने पीपीई किट पहन रखी थी.
खाने की गुणवत्ता पर ठेकेदार को फटकार
कोविड वार्ड में इलाज करवा रहे संक्रमित मरीजों को परोसे जा रहे भोजन की गुणवत्ता को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों पर कलेक्टर रजत बंसल ने ठेकेदार को फटकार लगाई. कलेक्टर बंसल ने स्पष्ट किया कि कालेज प्रबंधन द्वारा प्रति प्लेट दी जा रही रकम में बढ़ोतरी की जाएगी और अंतर की राशि जिला प्रशासन चुकाएगा.