रायपुर। भाजपा मंडल अध्यक्ष कृष्णा वर्मा और संतोष वर्मा के खिलाफ मंदिरहसौद थाना में दर्ज एफआईआर पुलिस जांच में आरोप झूठा साबित होने पर एफआईआर खारिज कर दिया गया है।
बता दें कि राम मंदिर निर्माण में चंदा वसूली में गड़बड़ी की शिकायत पर भाजपा मंडल अध्यक्ष के खिलाफ मंदिरहसौद के मुंगेशर के मोंगरा चौहान से मारपीट, गाली-गलौज करने के आरोप में मंदिरहसौद थाना में धारा 294, 506 और 34 के तहत बुधवार को एफआईआर दर्ज किया था. मामले की जानकारी मिलते थे, भाजपा के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मंदिरहसौद थाना पहुंचकर केस को वापस लेने की मांग पर अड़ गए और थाना परिसर में बैठ धरना-प्रदर्शन किया।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष रायपुर ग्रामीण अभिनेष कश्यप, पूर्व विधायक संजय ढ़ीढ़ी, रायपुर पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिलाध्यक्ष राजेश साहू, महिला मोर्चा की मीडिया प्रभारी किरण बघेल सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मंदिरहसौद थाना के सामने धरने पर बैठ गए. इसके बाद मंडल अध्यक्ष कृष्णा वर्मा ने थाना प्रभारी को मामले की जांच करने के लिए आवेदन दिया, जिसमें थाना प्रभारी राजेंद्र दीवान ने जांच की, जिसमें मोंगरा चौहान के आरोप को गलत पाया.
दरअसल, दोनों पक्षों के बीच अखबार में राम मंदिर निर्माण चंदा वसूली के खबर को प्रकाशित करवाने को लेकर वाद-विवाद हुआ था. इसके बाद मोंगरा चौहान ने मंडल अध्यक्ष कृष्णा वर्मा द्वारा मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए मंदिरहसौद थाना में शिकायत दर्ज कराई थी. जांच के बाद आरोप झूठा साबित हो गया जिसके कारण एफआईआर रिपोर्ट खारिज हो गई है.