INS विक्रांत पर लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट और मिग-29K को उतारकर नेवी ने रचा इतिहास
नई दिल्ली. भारतीय नौसेना ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक मिसाल कायम की है। सोमवार को नौसेना के पायलटों ने पहली बार मेड इन इंडिया INS विक्रांत पर दो लड़ाकू विमानों की सफल लैंडिंग की। नौसेना ने बयान जारी कर बताया कि हमने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट और मिग-29K से सफल टेक ऑफ और लैंडिंग की है। यह स्वदेशी लड़ाकू विमान के साथ एयरक्राफ्ट कैरियर के डिजाइन, डेवलपमेंट, प्रोडक्शन और ऑपरेशन करने में भारत की ताकत को दिखाता है।
For the first time, an Indian-made fighter (LCA Navy) today made a maiden landing on an Indian-made aircraft carrier INS Vikrant. 🇮🇳💪 pic.twitter.com/omXM0G6099
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) February 6, 2023
भारतीय नौसेना के वाइस चीफ वाइस एडमिरल एस.एन. घोरमाडे ने कहा कि यह ऐतिहासिक पल और बड़ी उपलब्धि है। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 2 सितंबर 2022 को कोच्चि शिपयार्ड में भारत के पहले मेड इन इंडिया एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत को नौसेना में शामिल किया था। इसके साथ ही भारत 40000 टन से अधिक श्रेणी के एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने की क्षमता रखने वाले देशों में शामिल हो गया।
HISTORIC: Visuals of LCA Navy and MiG29K jets making first landings/takeoff on INS Vikrant pic.twitter.com/REAEE7akTK
— ANI (@ANI) February 6, 2023
देश में बना सबसे बड़ा युद्धपोत है INS विक्रांत, 1600 क्रू, 30 विमान हो सकते हैं तैनात
INS विक्रांत का निर्माण कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड यानी CSL ने किया है। इसे वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है, जिसे पहले नौसेना डिजाइन निदेशालय के रूप में जाना जाता था। ये भारतीय नौसेना का इन-हाउस डिजाइन ऑर्गेनाइजेशन है।
45 हजार टन वजनी INS विक्रांत भारत में बना सबसे बड़ा वॉरशिप है। ये INS विक्रमादित्य के बाद देश का दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर है। विक्रमादित्य को रूसी प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया था।