एनीकेट में मटेरियल परिवहन करने वाला गरीब आदिवासी वन विभाग के रवैया से परेशान, 18 माह से भुगतान के लिए काट रहा है चक्कर

Chhattisgarh Crimes

मैनपुर। वन विभाग मैनपुर परिक्षेत्र सामान्य कक्ष क्रमांक 1061 में साल पूर्व वन विभाग द्वारा ग्राम पथर्री में एनीकट का निर्माण कराया गया। जिसमें ग्राम के वैशाखू राम मरकाम जाति गोड़ ने अपने स्वयं के ट्रैक्टर से सामग्री परिवहन किया गया था। इसके अलावा परिवार के लोग भी एनीकट में मेहनत मजदूरी किये थे। जिनका कुल राशि 63200 लेकिन वन विभाग के मैदानी अमले के द्वारा उन्हें मात्र 4000 ही दिया गया है। परिवहन की राशि एवं मजदूरी राशि के लिए बार-बार बैसाखू राम के द्वारा वन विभाग दफ्तर का चक्कर लगाते लगाते परेशान हो गया है।

इधर ट्रैक्टर फाइनेंसर के द्वारा ट्रैक्टर को खींचने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। वन विभाग के द्वारा कराया गया कार्यों का भुगतान सही समय सीमा में देने पर ट्रैक्टर के किस्त चुका पाने में बैसाखू राम सक्षम हो जाते। आज भी बैसाखी राम को डर सता रहा है।कहीं फाइनेंसर ट्रैक्टर के किस्त नहीं पटाने से ट्रैक्टर को खींचकर ना ले जाए। जिसका जिम्मेदार कौन होगा।बैसाखू राम ने बताया कि मेरे स्वयं के ट्रैक्टर से वन विभाग के मैदानी अमले के कर्मचारियों के कहने पर 6 ट्रिप साईज बोल्डर, 5 ट्रिप छोटे बोल्डर,11 ट्रिप रेती, 8 ट्रिप गिट्टी धवलपुर से पथर्र्री,8ट्रिप गिट्टी,1 ट्रिप ईट, 5 ट्रिप सीमेंट,2 ट्रिप प्लाईवुड बरदूला से पथर्री, मिक्चर मशीन परिवहन धवलपुर से पथर्री,एक नग मुर्गा, ईट 800नग,डीजल के लिए राशि सहित कुल 47600 और परिवार के लोग एनीकेट में मजदूरी की किया गया जिनका राशि 15,600/- कुल राशि 63200 अभी तक वन विभाग के द्वारा नहीं दिए जाने के कारण बड़ी मुश्किलों से ट्रैक्टर के किस्त पटाने के लिए उधारी मांग कर किस्तअदायगी किया गया है। लेकिन इधर डर सता रहा है। वन मंडला अधिकारी से ट्रैक्टर से परिवहन की गई राशि को दिलाने के लिए बैसाखू राम ने निवेदन किया है।

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