आरंग का मामले मॉबलिंचिंग नहीं, सुसाइड केस है : सांसद बृजमोहन अग्रवाल

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। रायपुर के आरंग मामले को मॉबलिंचिंग कहे जाने पर रायपुर लोकसभा के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने आपत्ति की है। शनिवार को मीडिया ने जैसे ही पूछा मॉबलिचिंग की घटना पर आप क्या कहेंगे, झट से बृजमोहन ने मीडिया से पूछना शुरू कर दिया- आप कैसे उस घटना को मॉबलिंचिंग कह सकते हैं ? अरे कोई गड्‌ढे में कूद गया और मृत्यु हो गई तो मॉबलिंचिंग कैसे कहेंगे।

बृजमोहन ने आगे कहा- बहुसंख्यक समाज की भावना को अल्प संख्यक समाज आहत न करे। मैं तो प्रेस से कहूंगा जो खुद गड्‌ढे में कूदकर मरगए उसे मॉबलिचिंग का रूप आप लोग क्यों दे रहे हैं। सरकार को सभी लोगों का ध्यान रखने की जरुरत है, िवश्व हिंदू परिषद भी अपनी जगह सही है। इसे मॉबलिंचिंग का रूप न दें, या तो वो आत्महत्या है या उनकी गलती है। गायों की तस्करी एक समाज विशेष के लोग करें ये दुर्भाग्य जनक है, उनके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए।

रायपुर सांसद ने कहा- कांग्रेस के लोग कानून व्यवस्था को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। बलौदाबाजार कांड से जुड़े लोगों के जो नाम सामने आ रहे हैं वो कांग्रेस से जुड़े लोग हैं। अब हमारे CM ऐसे लोगों के खिलाफ जो कानून व्यवस्था खराब कर रहे हैं जो गायों की तस्करी करते हैं उनपर कड़ी कार्रवाई करेंगे।

कांग्रेस बोली- आरोपियों का संबंध भाजपा से

कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने इस केस में कहा- आरंग में हुई माब लीचिंग के आरोपियों का संबंध भाजपा से है। इसीलिए पुलिस आरोपियों को बचाने के लिए कार्यवाही नहीं कर रही है। प्रदेश में अराजकता का माहौल है कानून व्यवस्था खराब हो चुकी है पुलिस प्रशासन अपने जिम्मेदारियां का ठीक से निर्भर नहीं कर रहा है अपराधियों को भाजपा नेताओं का संरक्षण है अपराधी बेलगाम घूम रहे हैं। इस गंभीर आपराधिक मामले मे पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ हत्या को मुकदमा 302 के तहत दर्ज करने के बजाय 304ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला हत्या का है सरकार हल्की धाराओं मे कार्यवाही कर संरक्षण दे रही है।

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