विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत बोले-धर्मजीत सिंह हमारे साथ रहें , मैं अभी भी पहल कर रहा हूं, वो कद्दावर नेता हैं

Chhattisgarh Crimes

मुंगेली। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास मंहत ने लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हम चाहते हैं कि वे हमारे साथ रहें। मैं अभी भी पहल कर रहा हूं। वो कद्दावर नेता हैं, उनके लिए सबके दरवाजे खुले हैं।

स्पीकर अपने एक दिवसीय दौरे पर मुंगेली जिले के लोरमी पहुंचे थे। वहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान ये बात कही। महंत से धर्मजीत सिंह की कांग्रेस वापसी को लेकर सवाल किया गया था। तब उन्होंने कहा-वे जहां चाहें, वहां रह सकते हैं। मगर रहेंगे हमारे साथ, हमारे करीब और हमारे दिल में। जिस वक्त चरणदास महंत ये बयान दे रहे थे, विधायक धर्मजीत सिंह उनके पास ही बैठे हुए थे। महंत के इस बयान के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

जेसीसीजे ने किया है निष्कासित

2018 विधानसभा चुनाव में धर्मजीत सिंह ने जेसीसीजे (छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस) की टिकट पर चुनाव जीता था। मगर कुछ महीने पहले उन्हें जेसीसीजे ने निष्कासित कर दिया था। जिसके बाद से उनके बीजेपी-कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन अब तक धर्मजीत सिंह किसी पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं।

इस आशंका पर पार्टी से निकाला

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी)-JCCJ के तीन में से दो विधायक भाजपा से मिलना चाहते थे। इसके लिए 20 सितम्बर की तारीख भी तय हो गई थी। ऐसी आशंका थी कि धर्मजीत सिंह पार्टी का ही भाजपा में विलय करा देंगे। पता चला तो दल ने कार्रवाई करते हुए अपने विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह को ही 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया।

6 महीने पहले धर्मजीत सिंह के निष्कासन के बाद दूसरे विधायक प्रमोद शर्मा भी नेतृत्व के खिलाफ खुलकर आ गए थे। दोनों ने सार्वजनिक तौर पर कह दिया कि अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ अब खत्म हो गई है। दोनों ने इसके लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी को जिम्मेदार ठहराया। धर्मजीत सिंह ने आरोप लगाया, अमित जोगी ने अगस्त में उनकी पत्नी को फोन कर गाली-गलौज किया था। उनका निष्कासन उसी बात को दबाने के लिए किया गया है।

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