चिटफंड कंपनी गोल्ड-की इंफ्रावेंचर की संपत्ति 81 लाख एक हजार रुपये में नीलाम

Chhattisgarh Crimes

रायपुर। प्रदेश में चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क कर निवेशकों को पैसे लौटाने की प्रक्रिया जारी है। गोल्ड-की इंफ्रावेंचर(डेसिड बेनीफिट फंड लिमिटेड) चिटफंड कंपनी की जमीन की नीलामी हुई। बताया जा रहा है कि उक्त कंपनी से ठगे गए 1,600 आवेदन तहसील में मिले हैं। साथ ही निवेशकों ने करीब दो करोड़ रुपये इसमें निवेश किया था। नीलामी के बाद अब सभी निवेशकों को आधी रकम वापस हो जाएगी।

जानकारी के अनुसार इस कंपनी की खसरा नंबर 362/29 रकबा 0.074 हेक्टेयर जमीन की नीलामी हुई। नीलामी में 79 लाख 92 हजार की जमीन 81 लाख एक हजार रुपये में बिकी। इस प्रकार शासन द्वारा तय कीमत से एक लाख दस हजार रुपये ज्यादा मिली। नीलामी की प्रक्रिया तहसील कार्यालय में हुई। अब निवेशकों को उनकी राशि मिलनी भी शुरू हो जाएगी। आने वाले दिनों में और भी चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की नीलामी होनी है। जिला प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी भी की जा रही है।

दो बोलीकर्ता हुए शामिल

तहसील कार्यालय में अतिरिक्त तहसीलदार ने दोपहर 12.10 बजे नीलामी शुरू की। इस नीलामी में केवल दो बोलीकर्ता उपस्थित हुए। पहली बोली एकलव्य बरसर प्राइवेट लिमिटेड की ओर से राजकुमार दम्मानी ने 80 लाख पांच हजार रुपये लगाई। इसके बाद दूसरे बोलीकर्ता अनुराग राठी ने 80 लाख 15 हजार रुपये की बोली लगाई। सातवीं बोली में संपत्ति की बिक्री हो गई। सातवीं बोली राजकुमार दम्मानी ने 80 लाख 96 हजार रुपये लगाई। इसके बाद अनुराग राठी ने 81 लाख एक हजार रुपये की बोली लगाकर उक्त जमीन अपने नाम कर ली। महज पांच रुपये अधिक की बोली में जमीन बिक गई। इसमे खास बात यह हुई कि नीलामी की संपत्ति महज 20 मिनट में ही पूरी हो गई।

बाजार मूल्य एक करोड़ 43 लाख

जानकारी के अनुसार पटवारी हल्का क्रमांक 104 खसरा नंबर 362/29 रकबा 0.074 हेक्टेयर(7966 वर्गफुट) की कीमत कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार 79 लाख 92 हजार तय हुई थी। हालांकि यहां पर जमीन की कीमत करीब 1800 रुपये वर्गफुट चल रही है। इस प्रकार जमीन की कीमत करीब एक करोड़ 43 लाख 38 हजार रुपये होती है। नीलामी में काफी कम लोग शामिल हुए।

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