छत्तीसगढ़ के बालोद जिले का एक जवान पिछले 30 दिनों से लापता
मां दुलेश्वरी मंडावी ने बताया कि उन्हें लगा था कि उनका बेटा वापस कश्मीर चला गया है, लेकिन सेना के जवानों ने परिवारवालों को सूचना दी कि शेजसिंह अभी तक काम पर नहीं लौटा है। बेटे के नहीं मिलने की वजह से वह काफी परेशान है। मां रो-रोकर बेटे के सुरक्षित लौटने की दुआ कर रही है।
मां ने बताया कि बेटे की शादी नहीं हुई है, वह शादी करने को तैयार नहीं था। बेटा जब 6 मार्च को घर से निकला तो स्पोर्टस ड्रेस पहना हुआ था। वह अपने साथ मोबाइल भी लेकर नहीं गया है, जिसकी वजह से उससे संपर्क नहीं पा रहा है।काम के लिए घर से निकला, लेकिन काम पर पहुंचा नहीं
शेजसिंह मंडावी के चाचा दुर्गाप्रसाद ने बताया कि पिता को इलाज के लिए हॉस्पिटल भी लेकर जाता था। वह घर से काम में जा रहा हूं कहकर निकला था, लेकिन बाद में पता चला कि काम में पहुंचा ही नहीं। इसके बाद परिवार टेंशन में आ गया। हम लोगों ने बहुत ढूंढा, लेकिन कहीं नहीं मिला।
चाचा दुर्गाप्रसाद ने बताया कि हर जगह तलाश करने के बाद जब भतीजे का कहीं कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने 10 मार्च को रनचिराई थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस भी बेटे की तलाश कर रही है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
परिवार की सारी जिम्मेदारी शेजसिंह पर थी
शेजसिंह मंडावी के छोटे भाई का नाम तुषार मंडावी है, जो बालोद में आईटीआई की पढ़ाई करता है। लापता होने से पहले जवान ने अपने भाई को फोन कर गांव बुलाया था।जवान घर बड़ा बेटा है। सारी जिम्मेदारी इसी के ऊपर ही है। परिवार के लोगों ने कलेक्टर को आवेदन सौंपकर जवान को ढूंढने की मांग की है।लापता जवान की तलाश जारी
एएसपी मोनिका ठाकुर ने बताया कि पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। सरहदी क्षेत्रों के थानों में भी संपर्क किया गया है। साथ ही अखबारों और चैनलों में भी इस्तिहार दिया गया है। फिलहाल तलाश जारी है। हालांकि ये भी आशंका जताई जा रही है कि पिता की बीमारी के कारण भी वह टेंशन में था।