भिलाई। शिवनाथ नदी के पुराने ब्रिज पर कार खड़ी कर नदी में छलांग लगाने वाले बैंक मैनेजर का शव एसडीआरएफ की टीम ने आज सुबह खोज निकाला है. दो दिनों के मशक्कत के बाद लाश बरामद की गई है. मृतक पलाश अग्रवाल राजनांदगांव के स्टेशन पारा वार्ड नंबर 7 का निवासी था. रायपुर स्थित प्राइवेट बैंक में मैनेजर पद पर था.
बताया जाता है कि शादी का रिश्ता टूटने के बाद से वह काफी तनाव में था. बुधवार की रात से घर से कार लेकर गायब था. परिजनों ने देर रात तक उसे मोबाइल पर समझने का प्रयास किया था. रात 1 बजे के बाद से पलाश के मोबाइल लगातार स्विच ऑफ बता रहा था, जिसके बाद परिजन खोजते-खाजते शिवनाथ नदी के पास पहुंचे और कार की शिनाख्त की थी. पुल में कार मिलने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि युवक ने नदीं में कूदकर अपनी जान दे दी होगी.
उसके बाद से पुलगांव पुलिस, लोकल गोताखोर, एसडीआरएफ की टीम खोजबीन में जुटी रही. टीम में जिला सेनानी अग्निशमन अधिकारी एसडीआरएफ प्रभारी नागेन्द्र कुमार सिंह, एसडीआरएफ प्रभारी धनी राम यादव, एसडीआरएफ जवान रूपराम टंडन, हबीब, चंदू, योगेश्वर, राजू, राजकुमार, शारदा, नरोत्तम चंदेल, रमेश, महेश, दिनेश, चंद्र प्रताप, विनय, हेमराज व मोहन शामिल थे.
एक महीने पहले रायपुर की लड़की से हुई सगाई
पलाश रायपुर के किसी निजी बैंक में बैंक मैनेजर था। वह रायपुर देवेंद्र नगर में श्री नारायणा हॉस्पिटल के सामने रहता था। उसका परिवार राजनांदगांव जिले में स्टेशन पारा वार्ड नंबर 7 में रहता था। एक महीने पहले रायपुर की लड़की से उसकी सगाई हुई थी। पलाश इस रिश्ते को लेकर काफी खुश था। बुधवार को अचानक लड़की के घऱ वालों ने रिश्ता करने से मना कर दिया। इससे पलाश डिप्रेशन में चला गया। उसके माता पिता उसे घर बुला रहे थे। उन्होंने उसे बुधवार देर रात 1 बजे तक फोन पर बेटे को समझाया कि वो उसका दूसरी जगह इससे अच्छा रिश्ता करेंगे। इसके बाद पलाश ने फोन स्विच ऑफ कर लिया। वह कार से दुर्ग आया। शिवनाथ नदी के पुराने पुल में कार खड़ी कर नदी के तेज बहाव में कूद गया।